इंदौर में राज्य लोकसेवा आयोग के बाहर प्रदर्शन, नारेबाजी; कैंडिडेट्स बोले- डेढ़ महीने में तैयारी कैसे करें

इंदौर। इंदौर में सोमवार को राज्य लोक सेवा आयोग के ऑफिस पर छात्राें ने घेराव किया। उन्होंने आयोग की मनमानी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। दोपहर 2 बजे शुरू हुआ आधी रात तक कैंडिडेट्स आयोग के कार्यालय के बाहर बैठे थे। कैंडिडेट्स का कहना है कि 2023 की प्री परीक्षा परिणाम के बाद मुख्य परीक्षा के लिए महज डेढ़ महीने का समय दिया गया है, जो गलत है। छात्रों की मांग है कि इस अवधि को बढ़ाया जाए।
इधर, मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद है। पुलिस अधिकारियों ने स्टूडेंट्स को प्रदर्शन खत्म करने के लिए समझाइश भी दी, लेकिन वे नहीं माने।
स्टूडेंट्स PSC के सेक्रेटरी से मिले, नहीं बनी सहमति
स्टूडेंट भास्कर कलावत ने बताया कि हमारे प्रतिनिधि मंडल ने सोमवार शाम को डिप्टी सेक्रेटरी राखी सहाय से बात की है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले में मीटिंग कर निर्णय लिया जाएगा। जिस पर स्टूडेंट्स सहमत नहीं हुए। उन्होंने कहा कि एक महीने से आश्वासन के अलावा कुछ नहीं हो रहा है।

दोपहर में करीब 100 से ज्यादा स्टूडेंट्स रेजीडेंसी स्थित आयोग के ऑफिस पहुंचे। उनके हाथ में तख्तियां भी थीं। छात्रों ने बताया कि साल 2023 के प्री की परीक्षा 17 दिसंबर 2023 को हुई थी। इसका रिजल्ट 18 जनवरी 2024 को आया। इसकी मुख्य परीक्षा की तारीख 11 मार्च घोषित की है।
ऐसे में तैयारी के लिए 45 दिन का समय दिया गया है, जबकि इससे पहले 2019, 2020, 2021 और 2022 की परीक्षा में छह से आठ महीने का समय दिया गया था।
इतने कम समय में कैसी तैयारी करें। तैयारी के लिए कम से कम तीन महीने का समय दिया जाए। इतने कम समय में सिलेबस पूरा करना संभव नहीं है। कई स्टूडेंट्स का आखिरी प्रयास है। फिर वे दायरे से बाहर हो जाएंगे।
इसके अलावा छात्रों ने मांग की कि 2024 में 500 पद किए जाएं। 13% का परिणाम अभी जो जारी नहीं किया गया है, उसे जारी किया जाए।