मुरैना में श्मशान में मिला शव, परिजनों का चक्काजाम, विधायक की गाड़ी फोड़ी; पुलिस ने मारी लाठियां

मुरैना। मुरैना के सबलगढ़ में रविवार सुबह एक शख्स का शव पेड़ पर लटका मिला। परिजनों ने हत्या कर शव फंदे से लटकाने का आरोप लगाया। इसके बाद नाराज परिजन और ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। मुरैना रोड और बस स्टैंड पर चक्का जाम किया। फिर थाने में धरने पर बैठ गए।
सूचना पर सबलगढ़ विधायक सरला रावत भी पहुंच गईं। प्रदर्शनकारियों ने थाने के बाहर उनकी गाड़ी में भी तोड़फोड़ कर दी। प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने लाठियां मारी। शाम करीब 6 बजे तक प्रदर्शन चला। चक्काजाम के कारण वाहनों की लंबी कतार लग गई। समझाइश के बाद मामला शांत हुआ। शाम को मृतक कमल रावत के पीएम के बाद शव परिजन सौंप दिया।
मामला सिद्धपुरा बस्ती रामपुर रोड का है। यहां जमीन को लेकर कमल सिंह रावत का सपन सिंह जादौन से विवाद चल रहा है। 29 दिसंबर को दोनों के बीच समझौता हो गया था। रविवार सुबह कमल का शव श्मशान (शांति धाम) में लगे पेड़ पर लटका मिला।

परिजन बोले- हमारा प्लाॅट दूसरे के नाम किया
कमल सिंह रावत की पत्नी का आरोप है कि हत्या के बाद शव को लटकाया गया है। कमल के बेटे ने बताया कि सरकारी जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। पापा ने करीब तीन साल पहले रूप सिंह केवट से जमीन खरीदी थी। इस पर हमारा कब्जा था। कुछ समय से सपन सिंह जादौन ने जमीन पर अपना दावा किया। रूप सिंह केवट से जब स्थिति स्पष्ट करने को कहा, तो उसने कुछ भी कहने से मना कर दिया।
बेटा बोला- सुसाइड नहीं, हत्या है
कमल सिंह रावत के बेटे रेनू ने बताया मैं बाहर नौकरी करता हूं। 29 को ही आया हूं। पापा पर दबाव बनाकर समझौता कराया है। दो लड़के और एक महिला शनिवार शाम को गाड़ी में बैठकर आए थे। उसके बाद से पापा गायब थे। सुबह शव मिला है। इसकी जांच की जाए। यह खुदकुशी नहीं, हत्या है। प्लाट लौटाया जाए। आरोपी पर FIR कर उसे जेल भेजा जाए।
रात भर ढूंढा, सुबह श्मशान में मिला पिता का शव
कमल सिंह रावत (42) के बेटे रेनू और सुरेंद्र रावत ने बताया कि वे रात से पिताजी को ढूंढ रहे थे। सुबह पता चला कि घर के सामने के श्मशान में पीपल के पेड़ से पिता का शव लटका है। आसपास के लोग भी मौके पर पहुंचे।
कमल सिंह रावत मूल रूप से जौरा क्षेत्र के गड़ी डमेजरा गांव का रहने वाला था। वह कुछ समय से परिवार के साथ सबलगढ़ में रह रहा था।

आरोपी 4 दिन पहले विधायक के घर पहुंचा था
विवाद को लेकर चार दिन पहले सपन सिंह जादौन क्षेत्रीय विधायक सरला रावत के निवास पर पहुंचा था। यहां से उसका वीडियो सामने आया था, जिसमें वह कह रहा था कि मुझे पान सिंह बनने पर मजबूर मत करो। 29 दिसंबर को कमल सिंह रावत और सपन सिंह जादौन के बीच चल रहे प्लॉट के विवाद में समझौता हुआ था। दोनों ने 50 रुपए के स्टांप पर समझौता किया कि हमारा आपस में विवाद नहीं है।
विधायक बोलीं- उत्पाती लोगों ने पथराव किया
विधायक सरला रावत का कहना है कि कमल रावत की मौत के बाद प्रदर्शन की सूचना मिली थी। मैं कमल के परिजनों को साथ लेकर थाने पर FIR कराने पहुंची थी, तभी कुछ उत्पातियों ने पथराव कर दिया। इसमें गाड़ियों के शीशे फूट गए। पुलिस की सख्ती के बाद उत्पाती लोग भाग गए। अफसरों से कहा है कि मौत के मामले की गहन जांच करें, दोषियों पर कार्रवाई करें। दोषी बचना नहीं चाहिए।