भोपाल में शीतलहर, 31 जनवरी तक सुबह 10 के बाद ही लगेंगे स्कूल; नर्मदापुरम-रायसेन में बारिश

भोपाल। पूरे मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं की वजह से ऐसा हो रहा है। भोपाल में शनिवार दिनभर सर्द हवाएं चलीं और बूंदाबांदी हुई। भोपाल में शुक्रवार को सीजन की दूसरी सबसे सर्द रात रही। शीतलहर की वजह से भोपाल के सभी स्कूल 31 जनवरी तक सुबह 10 बजे के बाद ही लगेंगे। भोपाल कलेक्टर ने यह आदेश जारी किए हैं। जबलपुर, रायसेन, नर्मदापुरम, इटारसी, नरसिंहपुर में भी पानी गिरा।
भोपाल में शुक्रवार रात का न्यूनतम तापमान 9.0 डिग्री पहुंच गया। इससे पहले, 20 दिसंबर को 8.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था।
शुक्रवार को नौगांव (छतरपुर) सबसे सर्द रहा। यहां न्यूनतम तापमान 3.1 डिग्री दर्ज किया गया। 15 से ज्यादा शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री या इससे नीचे चला गया है। ग्वालियर, छतरपुर, टीकमगढ़, सतना, गुना समेत आधे प्रदेश में कड़ाके की ठंड है। कोहरा छाने और पाला भी गिरने के आसार हैं।

मौसम केंद्र, भोपाल के वैज्ञानिक ने बताया कि जमीन से 12 किमी ऊपर पर चल रही जेट स्ट्रीम और उत्तर से आई बर्फीली हवा के कारण मध्य प्रदेश कड़ाके की ठंड से कांप गया है। मौसम वैज्ञानिक एसएन साहू ने बताया कि आने वाले दिनों में रात का पारा और गिर सकता है।
बड़े शहरों में शुक्रवार रात का पारा
भोपाल | 9.0 (तापमान डिग्री सेल्सियस में) |
इंदौर | 12.4 |
ग्वालियर | 6.7 |
जबलपुर | 9.6 |
उज्जैन | 11.2 |
बड़े पत्ते वाली सब्जियों को नुकसान
फल अनुसंधान केंद्र के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. आरके जायसवाल बताते हैं कि 4 डिग्री या इससे कम तापमान को पाला माना जाता है। इससे बड़े पत्ते वाली सब्जियों को भारी नुकसान होगा।