जबलपुर में गुंडे अनिराज नायडू हत्याकांड का मुख्य आरोपी छोटू चौबे गिरफ्तार, टीकमगढ़ से पकड़ाया

जबलपुर। जबलपुर के बदमाश अनिराज नायडू की हत्या के मामले में फरार बदमाश छोटू चौबे को पुलिस ने मंगलवार को टीकमगढ़ के जतारा से गिरफ्तार कर लिया है। छोटू चौबे जिले का शातिर बदमाश है। उसके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, मारपीट, लूट समेत कई केस दर्ज हैं। बताया जा रहा है कि छोटू चौबे किसी नेता के घर पर रहकर फरारी काट रहा था। हालांकि पुलिस का कहना है कि वह एक होटल में छिपा था।
छोटू चौबे ने साथियों के साथ मिलकर 1 दिसंबर 2023 को अनिराज नायडू की हत्या कर दी थी। शव को माढ़ोताल के तालाब में फेंक दिया था। मामले में पुलिस ने अनुश्रेय राय (18) और कामरान अली (30) को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन छोटू चौबे फरार था।
गैंगस्टर छोटू चौबे- 2222 नंबर खास पसंद
छोटू चौबे ‘2222’ नाम से गैंग चलाता है। उसकी गाड़ी और मोबाइल नंबर में भी 2222 जरूर रहता है। 2021 में उसके खिलाफ एनएसए की कार्रवाई भी हुई थी। उसकी मां कांग्रेस से पार्षद भी रह चुकी है। छोटू चौबे गैंग में युवाओं को शामिल करता था। वह गैंग के लिए वह ऐसे लोगों को चुनता था, जो गरीब, जरूरतमंद, गुस्सैल और अति महत्वाकांक्षी हों। यानी कम समय में ज्यादा रुपए हासिल करना चाहते हों। हत्या करने के बाद से ही छोटू और उसके दोनों साथी अनुश्रेय राय (18) और कामरान अली (30) को गिरफ्तार कर लिया था, पर छोटू चौबे फरार था।
नेपाल-दिल्ली में फरारी काटने का था शक
पुलिस छोटू को पकड़ने के लिए लगातार तलाश में जुटी थी। शक था कि छोटू चौबे नेपाल या फिर दिल्ली में फरारी काट रहा हो, जिसके कारण कई बार पुलिस नेपाल और दिल्ली भी गई। इस बीच, जबलपुर पुलिस को सूचना मिली कि छोटू चौबे टीकमगढ़ जिले के जतारा में छिपा है।
दोस्ती में पड़ी दरार, तो अनिराज की हत्या कर दी
एक समय अनिराज उर्फ अन्ना छोटू चौबे का राइट हैंड था। अपराध की दुनिया में अनिराज का कद तेजी से बढ़ने लगा। अनिराज ने गैंग बनाना शुरू कर दिया था। यही बात छोटू चौबे को खटकने लगी। उसे लगा कि अगर अनिराज आगे बढ़ गया, तो उसका वर्चस्व खत्म हो जाएगा। 3 नवंबर को संपत्ति को लेकर दोनों में फोन पर बहस भी हुई थी। इसके बाद छोटू ने अनिराज को रास्ते से हटाने का तय कर लिया। छोटू के खिलाफ ओमती, मदनमहल, कोतवाली, विजयनगर, गोरखपुर, गढ़ा समेत अन्य थानों में कई केस दर्ज हैं।