कश्मीर में शहीद हुए छिंदवाड़ा का जवान पंचतत्व में विलीन, गार्ड ऑफ ऑनर के बाद 5 साल के बेटे ने दी मुखाग्नि

छिंदवाड़ा। जम्मू कश्मीर के पुंछ में आतंकी हमले में शहीद एयरफोर्स के जवान विक्की पहाड़े पंचतत्व में विलीन हो गए। सोमवार को उनका छिंदवाड़ा के पातालेश्वर मोक्षधाम में अंतिम संस्कार किया गया। शहीद के 5 साल के बेटे हार्दिक ने मुखाग्नि दी। इससे पहले, उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।
पति की शहादत पर पत्नी रीना पहाड़े ने कहा, ‘मुझे गर्व है…।’ वे 5 साल के बेटे हार्दिक को गोद में लिए हुए थीं, इतना कहकर उनके आंसू नहीं रुके। सब इंस्पेक्टर बहन गीता ने कहा, मुझे भाई पर गर्व है।
छिंदवाड़ा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने उनकी मां दुलारी से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हमें बहादुर जवान और सेना पर गर्व है। जिन्होंने यह कायराना हरकत की, उन्हें कीमत चुकाना पड़ेगी।’

रिश्तेदार ने बेटे को गोद में लेकर पूरी कराई प्रक्रिया
सेना के हेलिकॉप्टर से उनका पार्थिव शरीर नागपुर से सोमवार सुबह 10.30 बजे इमलीखेड़ा हवाई पट्टी (छिंदवाड़ा) लाया गया। गार्ड ऑफ ऑनर देने के बाद विशेष वाहन से पार्थिव शरीर को परासिया रोड से उनके गृह ग्राम नोरिया करबल ले जाया गया। नोरिया करबल से अंतिम यात्रा पातालेश्वर मोक्षधाम पहुंची। यहां रिश्तेदार ने बेटे को गोद में लेकर विधि-विधान से अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी कराई।
आतंकी हमले में हुए थे शहीद
पुंछ में 4 मई की शाम एयरफोर्स के जवानों पर आतंकी हमला हुआ था। 5 जवान घायल हुए थे। सभी को एयरलिफ्ट कर उधमपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 4 मई की देर रात विक्की पहाड़े का निधन हो गया था। पार्थिव शरीर को रविवार रात 7.30 बजे जम्मू एयरपोर्ट से विशेष विमान के जरिए नागपुर एयरपोर्ट लाया गया था।

7 जून को बेटे का जन्मदिन मनाने के लिए आने वाले थे
विक्की 5 साल के बेटे का जन्मदिन मनाने के लिए 7 जून को छिंदवाड़ा आने वाले थे। 10 दिन पहले ही छोटी बहन की गोद भराई की रस्म थी। इसके लिए 1 महीने की छुट्टी लेकर आए थे। 18 अप्रैल को ही वे छिंदवाड़ा से ड्यूटी पर लौटे थे। शहादत की खबर लगते ही पत्नी और मां बेसुध हो गईं थी। 33 साल के विक्की पहाड़े ने 2011 में एयरफोर्स जॉइन की थी। परिवार में मां दुलारी, पत्नी रीना और 5 साल का बेटा हार्दिक है।
