कूनो में चीता ‘मुखी’ ने 5 शावकों को दिया जन्म, संख्या बढ़कर 29 हुई

श्योपुर। श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क में भारतीय मूल की मादा चीता ‘मुखी’ ने पांच शावकों को जन्म दिया है। मां और शावक स्वस्थ बताए गए हैं।
यह पहली बार है, जब भारत में जन्मी किसी मादा चीता ने यहां सफल प्रजनन किया है। करीब पौने तीन साल की मुखी अब ‘प्रोजेक्ट चीता’ की पहली मादा बन गई है। कूनो में चीता प्रजनन सफल, सीएम ने टीम को बधाई दी है।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह संकेत है कि चीते भारतीय आवासों में तेजी से अनुकूल हो रहे हैं। उनका स्वास्थ्य और व्यवहार प्राकृतिक परिस्थितियों में संतोषजनक पाया गया है।
Cheetah ‘Mukhi’ gives birth to 5 cubs in Kuno
यह उपलब्धि भारत में एक आत्मनिर्भर, स्थिर और आनुवंशिक रूप से विविध चीता जनसंख्या स्थापित करने की दिशा में बड़ा कदम है। इससे देश के दीर्घकालिक संरक्षण लक्ष्यों को बल मिलेगा। वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में भारत की वैश्विक छवि मजबूत होगी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया के जरिए से इसे साझा किया। उन्होंने कूनो की टीम और वन विभाग को इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए बधाई दी।
Cheetah ‘Mukhi’ gives birth to 5 cubs in Kuno
कूनो में चीतों की संख्या बढ़कर 29 हुई
वर्तमान में भारत में चीतों की कुल संख्या 32 हो गई है, जिसमें से 29 चीते मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में और तीन चीते गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य में रखे गए हैं। यह संख्या चीता पुनर्वास परियोजना की स्थिरता को प्रदर्शित करती है। नामीबियाई मादा चीता ‘ज्वाला’ (सियाया) की संतान ‘मुखी’ (जिसे ज्वाला की बेटी होने के कारण मुखी नाम दिया गया) का सफल प्रजनन इस उपलब्धि का केंद्र है।
Cheetah ‘Mukhi’ gives birth to 5 cubs in Kuno
