BJP के 92 प्रत्याशियों की 5वीं लिस्ट जारी, 3 मंत्रियों समेत 29 विधायकों के टिकट काटे
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने 92 प्रत्याशियों की 5वीं लिस्ट शनिवार को जारी कर दी है। लिस्ट में मौजूदा 67 विधायकों में से 37 को मौका दिया गया है, जबकि 3 मंत्रियों समेत 29 विधायकों के टिकट काटे गए हैं। इंदौर-3 सीट से कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश को भी टिकट नहीं मिला। अब तक 228 सीटों पर प्रत्याशी हो चुके हैं। 12 महिलाओं को टिकट दिया है। इसमें मंत्री उषा ठाकुर, पूर्व मंत्री माया सिंह और पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस जैसे नाम शामिल हैं। अब सिर्फ गुना और विदिशा सीट होल्ड है।
ओपीएस ने जिन्हें हराया, उन्हें मिला टिकट
भिंड की मेहगांव सीट से मौजूदा विधायक और नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया का टिकट काटकर पूर्व विधायक राकेश शुक्ला को प्रत्याशी बनाया गया है। 2018 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर भदौरिया ने बीजेपी प्रत्याशी राकेश शुक्ला को 25,814 वोटों से हराया था। बाद में ओपीएस भदौरिया सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे। इसके अलावा, यशोधरा राजे सिंधिया ने पहले ही चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। मंत्री गौरीशंकर बिसेन की जगह उनकी बेटी मौसम बिसेन को प्रत्याशी बनाया है।
दमोह में फिर पूर्व मंत्री मलैया को टिकट
दमोह से एक बार फिर पूर्व मंत्री जयंत मलैया को टिकट मिला है। मलैया 2018 का चुनाव हार गए थे। यहां से कांग्रेस विधायक राहुल सिंह लोधी भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा था।
अटल बिहारी वायपेयी के भांजे को मौका नहीं
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के भांजे अनूप मिश्रा ग्वालियर दक्षिण सीट से टिकट मांग रहे थे। इस सीट पर पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह को उम्मीदवार बनाया है। अनूप मिश्रा पिछला चुनाव भितरवार सीट से हार गए थे।
बड़वाह से वर्तमान कांग्रेस विधायक को टिकट
बड़वाह से कांग्रेस के वर्तमान विधायक सचिन बिरला को टिकट मिला है। वे हाल में औपचारिक तौर पर भाजपा में शामिल हुए थे। जोबट में बीजेपी विधायक सुलोचना रावत के बेटे विशाल रावत को टिकट दिया गया है। विधायक सुलोचना रावत लंबे समय से बीमार हैं।
तीन दिन पहले बीजेपी में आए सिद्धार्थ को टिकट
तीन दिन पहले भाजपा में शामिल हुए सिद्धार्थ तिवारी को बीजेपी ने रीवा जिले की त्यौंथर सीट से टिकट दिया है। सिद्धार्थ कांग्रेस नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के पोते और पूर्व विधायक सुंदरलाल तिवारी के बेटे हैं।
जोबट में विधायक सुलोचना की जगह बेटे को टिकट
जोबट में बीजेपी विधायक सुलोचना रावत की जगह उनके बेटे विशाल रावत को टिकट दिया है। विधायक सुलोचना रावत लंबे समय से बीमार चल रही हैं
CM के साले को हराने वाले निर्दलीय विधायक
बीजेपी ने दो निर्दलीय विधायकों को टिकट दिया है। इनमें से वारासिवनी से विधायक प्रदीप जायसवाल ने 2018 के चुनाव में सीएम शिवराज सिंह चौहान के साले संजय सिंह मसानी को हराया था। मसानी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे। वहीं, आगर जिले की सुसनेर सीट से बीजेपी ने निर्दलीय विधायक विक्रम सिंह राणा को टिकट दिया है। ये दोनों ही निर्दलीय विधायक हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए थे।
भाजपा में साथ आए थे, सपा विधायक को मौका
भाजपा ने भिंड से बसपा विधायक संजीव सिंह कुशवाह को टिकट नहीं दिया है, जबकि बिजावर से सपा विधायक को टिकट दिया है। ये दोनों ही विधायक पिछले साल एक साथ बीजेपी में आए थे।
चुनाव लड़ने से इनकार, फिर भी मिला टिकट
पूर्व मंत्री नागेंद्र सिंह नागौद ने चुनाव लड़ने से इनकार किया था, बावजूद इसके उन्हें सतना जिले की नागौद सीट से टिकट मिला है। 75 साल के पूर्व मंत्री और नागौद विधायक नागेंद्र सिंह ने कहा था कि वे अब चुनाव नहीं लड़ना चाहते। युवाओं को मौका देना चाहते हैं।
51 नए चेहरों को मैदान में उतारा
इस लिस्ट में ऐसे 51 नए चेहरों को उतारा गया है, जो 2018 में भाजपा से चुनाव नहीं लड़े थे।
इससे पहले भाजपा पहली, दूसरी, तीसरी और चौथी सूची में कुल 136 (39 + 39 + 1 + 57) नामों का ऐलान कर चुकी है।