हर्ष फायर में BJP नेता के बेटे की मौत, चचेरे भाई की बरात में रिश्तेदार ने चलाई गोली
ग्वालियर। हर्ष फायर में भाजपा नेता के बेटे की मौत हो गई। वह चचेरे भाई की बरात में मैरिज गार्डन तक पहुंचा था। यहां रिश्तेदार ने लाइसेंसी बंदूक से हवाई फायर किया। गोली वहां खड़े 15 साल के लड़के के पेट में लगी। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हादसा शनिवार-रविवार की दरमियानी रात हुआ। मामला ग्वालियर का है।
ग्वालियर देहात के आंतरी स्थित चौधरी मोहल्ला के रहने वाले शिवा उर्फ प्रियांशु (15) पुत्र भारत सिंह यादव 9वीं का स्टूडेंट था। शनिवार को वह लक्ष्मीगंज स्थित हरेशिव मैरिज गार्डन में आया था। यहां शिवा के चचेरे भाई अमित यादव की शादी थी। शादी में रात 12 बजे तक सब कुछ ठीक था। सभी खुश थे। चचेरे भाई की शादी की खुशी में शिवा बरात में नाचते हुए मैरिज गार्डन पहुंचा था। रात 12.30 से 1 बजे के बीच दरवाजे पर टीका की रस्म चल रही थी।
गोली लगते ही गिर पड़ा छात्र
आंतरी के ही रहने वाले शिवा के दूर के चाचा राजेश सिंह यादव ने लाइसेंसी बंदूक से हर्ष फायर किए। इस दौरान एक फायर तो हो गया, लेकिन दूसरी गोली नहीं चली। इसके बाद राजेश ने बंदूक नीचे कर उसे खोलकर कारतूस निकालने का प्रयास किया। इसी समय, नाल में फंसी गोली अचानक चल पड़ी। गोली सीधे सामने खड़े शिवा के पेट में जाकर लगी। लहूलुहान हालत में शिवा जमीन पर गिर पड़ा।
खुशियों के माहौल के बीच अफरा-तफरी मच गई। परिजन शिव को लेकर प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
मातम में बदल गईं खुशियां
हादसे से पहले मैरिज गार्डन में खुशियों का माहौल था। आंतरी से बारात आई थी। पलक झपकते ही गोली चली और खुशियां मातम में बदल गईं। शिवा उर्फ प्रियांशु 9वीं का छात्र था। पिता भारत यादव आंतरी नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष हैं। वह वर्तमान में पार्षद भी हैं। उनकी गिनती भाजपा के पुराने नेताओं में आती है। शिवा उनका इकलौता बेटा था। मन्नत के बाद शिवा का जन्म हुआ था।
आरोपी की तलाश कर रहे
पुलिस का कहना है कि सूचना के बाद शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी की तलाश की जा रही है।
बता दें कि ग्वालियर-चंबल संभाग में शादी-पार्टियों को हथियारों का प्रदर्शन फैशन की तरह है। हालांकि प्रशासन की ओर से इस पर रोक भी लगी है। नियमानुसार मैरिज गार्डन में हथियार लेकर आना प्रतिबंधित है। बावजूद लोग नहीं मानते।