BJP नेता ने महिला मित्र को मारी गोली, 5 घंटे घायल को कार में लेकर घूमता रहा, सबूत मिटाने ऑफिस साफ किया, सीसीटीवी की हार्ड डिस्क निकाली
जबलपुर। जबलपुर में भाजपा नेता प्रियांश विश्वकर्मा के खिलाफ हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। भाजपा नेता ने गर्लफ्रेंड को गोली मारी थी। सबूत मिटाने के लिए ऑफिस की सफाई की। दफ्तर से सीसीटीवी की हार्ड डिस्क निकाली। इसके बाद घायल को करीब पांच घंटे तक कार में लेकर घूमता रहा। परिजनों को भी बरगलाता रहा। बाद में अस्पताल में भर्ती कराया और फरार हो गया।
पुलिस के मुताबिक संजीवनी नगर थाना क्षेत्र स्थित धनवंतरी चौकी के पास प्रियांश विश्वकर्मा का दफ्तर है। वह पेशे से रेत कारोबारी है। जमीन खरीदी-बिक्री का काम भी करता है। वह भाजपा नेता भी है। पुलिस को शुक्रवार रात करीब 9 बजे युवती को गोली लगने की सूचना मिली।
दबाव में पहले युवती ने बोला झूठ, फिर बताया सच
पुलिस के मताबिक युवती एमबीए की छात्रा है। उसके घरवालों को भी दोनों की दोस्ती के बारे में पता है। युवती ने पुलिस को शुक्रवार को बताया था कि दोपहर करीब 1:30 बजे दफ्तर में बातचीत के दौरान प्रियांश पिस्टल दिखा रहा था। इसी बीच, अचानक गोली चल गई। पुलिस ने युवती के परिवारवालों से भी बात की। पुलिस का कहना है कि उस वक्त परिवार वाले भी केस दर्ज कराने को तैयार नहीं थे। यही नहीं, दूसरे दिन जब वापस से युवती से पूछताछ की गई, तब उसने हकीकत बताई।
युवती ने पुलिस को बताया कि दोपहर में दोनों ऑफिस में बैठे थे। इसी दौरान, प्रियांश ने पिस्टल से गोली मार दी। वह मौके पर ही बेहोश हो गई।
पहले सबूत मिटाए, घायल को कार में लेकर घूमता रहा
जांच में पता चला कि आरोपी प्रियांश ने गोली मारने के बाद युवती को अस्पताल ले जाने के बजाय सबूत मिटाने की कोशिश की। ऑफिस में फैले खून के धब्बों को पूरी तरह साफ किया। ऑफिस में लगे सीसीटीवी की हार्ड डिस्क भी निकाली। इसके बाद घायल युवती को कार में लेकर गया। जांच में मौके पर फायर के चार निशान मिले हैं। पुलिस को पता चला है कि आरोपी प्रियांश की बंदूक भी लाइसेंसी नहीं है।
घरवालों को बरगलाता रहा
पुलिस के मुताबिक प्रियांश ने युवती की मौसी को शुक्रवार करीब दो बजे फोन कर उल्टियां होने की बात बताई। इसके बाद वह उसे स्मार्ट सिटी अस्पताल लेकर पहुंचा। यहां से कुछ देर बाद मेट्रो अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। शाम तक वह युवती को कार से शहर में घुमाता रहा। शाम करीब 6 बजे मेट्रो अस्पताल लेकर पहुंचा। यहां युवती की मौसी भी पहुंच गई। उसने देखा, तो खून देखकर होश उड़ गए। प्रियांश ने युवती की मौसी को बताया कि ऑफिस में पिस्टल दिखाने के दौरान गोली चल गई। घबराने की बात नहीं है। ठीक हो जाएगी। आप पुलिस में रिपोर्ट मत करना। इसके बाद युवती के घरवालों को भी जानकारी दी गई।
परिजनों और अस्पताल पर बनाया दबाव
प्रियांश ने युवती के परिवार वालों पर इस कदर दबाव बनाया कि पहले वे कुछ बोलने को तैयार नहीं थे। वह परिजनों से कह रहा था कि वह ठीक हो जाएगी। रिपोर्ट मत कराओ। जब उन्हें पुलिस ने आश्वासन दिया, तब कहीं जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई। स्मार्ट सिटी और मेट्रो अस्पताल वालों से भी भाजपा नेता ने सेटिंग कर रखी थी। आमतौर पर घटना के आधे घंटे में पुलिस को सूचना मिल जानी चाहिए थी, लेकिन भाजपा नेता के दबाव में दोनों ही अस्पताल मैनेजमेंट ने पुलिस को जानकारी नहीं दी।