भाजपा नेता जयंत मलैया बोले- कांग्रेस के सब वादे हवा-हवाई, कांग्रेस का पलटवार-CM शिवराज ने तो सीमा लांघी
भोपाल। भाजपा नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया ने कांग्रेस के किसानाें के कर्जमाफी के वादे को हवा-हवाई बताया है। उन्होंने कहा कि 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने किसान कर्ज माफी की बात कही थी, तब मैं वित्त मंत्री था। सरकार की स्थिति ही ऐसी नहीं थी कि कर्ज माफ हो सके।
भाजपा की भाजपा की घोषणा पत्र समिति का चीफ बनाए जाने के बाद जयंत मलैया ने कांग्रेस पर हमला बोला है। मलैया ने रविवार को भोपाल में अपने आवास पर मीडिया से चर्चा की। उन्होंने कहा कि ‘इस चुनाव में कांग्रेस के मुकाबले का सवाल ही नहीं उठता। पिछली बार उन्होंने (कांग्रेस) कहा था कि हम दो लाख तक का कर्ज 10 दिन में माफ करेंगे। कितने समय तक कमलनाथ मुख्यमंत्री रहे, क्या दो लाख तक का कर्जा माफ हुआ?’
उन्होंने कहा, ‘ये लोग (कांग्रेस) सिर्फ कहने के लिए कह रहे हैं। मैं उस समय (2018 के चुनाव से पहले) वित्त मंत्री था। जानता था कि सरकार की हालत ऐसी नहीं कि दो लाख रुपए तक का कर्ज माफ किया जाए। स्टेट गवर्नमेंट की बॉरोइंग की जो कैपेसिटी रहती है, जो जीएसडीपी का एक रेशियो है, उससे ऊपर कर्ज नहीं ले सकते। हम लोग यह बात जानते थे, हमें मालूम था कि यह सब हवा-हवाई है।
मलैया के इस बयान पर कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने पलटवार किया है। उन्हेांने कहा कि ‘आपने बॉरोइंग कैपेसिटी की बात कही। मुख्यमंत्री शिवराज तो इस सीमा को लाघंते हुए प्रदेश को कर्ज के बोझ में झूठी घोषणाओं के जरिए दबा रहे हैं। वे बताएं कि कर्ज की अदायगी कैसे करेंगे। किसान की कर्ज माफी का सवाल है, तो कमलनाथ ने पहली किस्त में 27 लाख किसानों का 11 हजार करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया था।’
BJP से सात बार विधायक रह चुके हैं मलैया
BJP ने शनिवार देर रात चुनाव प्रबंधन समिति, घोषणा पत्र समिति और विधानसभा चुनाव के लिए जिला संयोजकों की घोषणा की है। जयंत मलैया मध्यप्रदेश सरकार में वित्त मंत्री रह चुके हैं। 7 बार के BJP विधायक जयंत मलैया को 2018 के चुनाव (दमोह) में हार का सामना करना पड़ा था।
मलैया ने ये भी कहा…
- कांग्रेस के वचन पत्र से हमारा लेना-देना नहीं है। भारतीय जनता पार्टी का घोषणा पत्र, पार्टी की अपनी सोच, अपने चिंतन के आधार पर जारी करेंगे।
- कांग्रेस के 500 रुपए में गैस सिलेंडर देने के वचन पर कहा, वोट लेने के लिए कांग्रेस यह सब कर रही है। खंगाल कर देखें कि अंदर है क्या।
- बेटे के चुनाव लड़ने पर मलैया बोले, मैं यह कह नहीं सकता। यह पार्टी के ऊपर निर्भर करता है।
- नाराजगी के सवाल पर कहा, हम तो रूठे भी नहीं थे। प्रभात झा का कोई प्रश्न ही नहीं उठता। लिखने वालों का अपना तरीका है।