MP में BJP को बहुमत, फिर भी छिंदवाड़ा का किला नहीं भेद पाई; सभी सातों सीट हारी
छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश में भाजपा ने दो तिहाई बहुमत हासिल किया है। शिवराज सरकार के 12 मंत्री हार गए, लेकिन छिंदवाड़ा में भाजपा कमलनाथ का किला नहीं भेद पाई। यहां एक बार फिर सातों सीट पर कांग्रेस ने कब्जा कर लिया। हालांकि यहां भाजपा ने पूरी ताकत लगा दी थी।
भाजपा ने 17 अगस्त को जब प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की, उसमें छिंदवाड़ा भी शामिल था। इस सूची में भाजपा ने हारी हुई सीटों को टारगेट बनाया था। छिंदवाड़ा पर भाजपा का फोकस था। यहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सभाएं की थीं। खुद बंटी साहू ने भी बेहतरीन मैनेजमेंट किया था।
निगम में दो वार्ड से जीती थी भाजपा
नगर निगम चुनाव में 48 वार्ड में से भाजपा दो वार्ड में जीत दर्ज करा पाई थी। वहीं, कांग्रेस ने सभी 46 वार्ड में जीत हासिल की थी। कांग्रेस के कुछ दिग्गज नेता चुनाव भर में दूर रहे। इसके बाद भी कांग्रेस का मिली यह सफलता अचंभित कर देने वाली है।
सातों सीट में भितरधाती
छिंदवाड़ा में भी भाजपा से नाराज नेताओं ने भितरघात में कसर नहीं छोड़ी। वहीं, अमरवाड़ा, परासिया, जुन्नारदेसव, सौंसर और चौरई में भी भितरघातियों ने कसर नहीं छोड़ी है।
पांढुर्णा में बाहरी प्रत्याशी हारा
जिले की एक सीट पांढुर्णा को जिला बनाने के बाद लग रहा था, यह सीट भाजपा की झोली में जाएगी। यहां कांग्रेस ने भाजपा से जिले के मुद्दे को छीनने बाहरी और स्थानीय प्रत्याशी का मुद्दा उछाल दिया था। यह मुद्दा इतना चला कि भाजपा को मिलने वाली जीत को छीन लिया, जबकि यहां के भाजपा कार्यकर्ताओं ने भाजपा का साथ नहीं दिया।
खुद का वार्ड भी नहीं बचा पाए थे बंटी
विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी खुद का वार्ड भी नहीं बचा पाए थे। इस बार उन्हें वार्ड नंबर 29 से 40 मतों से हार गए, जबकि 2018 के चुनाव में इस वार्ड से बंटी ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को 175 मतों से हराया था। बताया जा रहा है कि इस वार्ड में चार बूथ हैं, जिसमें दो में भाजपा को बढ़त मिली है। वहीं, दो बूथों में कांग्रेस ने जबरदस्त बढ़त ली है।