MP में जिला पंचायत अध्यक्ष की 4 सीटों पर BJP का कब्जा; सीहोर, जबलपुर में निर्विरोध, खंडवा में प्रत्याशी ने लॉटरी से जीती
भोपाल। मध्यप्रदेश की चार जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए सोमवार को चुनाव संपन्न कराए गए। यहां सभी सीटों पर भाजपा समर्थित कैंडिडेट्स ने कब्जा जमाया। सीहोर, जबलपुर में निर्विरोध चुने गए। खंडवा से भाजपा समर्थित प्रत्याशी ने लॉटरी से जीती। अशोकनगर में भी BJP कैंडिडेट ने एकतरफा जीत दर्ज की।
सीहोर में रचना मेवाड़ा, जबलपुर में आशा मुकेश गोटिया, खंडवा में पिंकी वानखेड़े और अशोकनगर में राव अजय प्रताप सिंह यादव जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए हैं।
खंडवा: भाजपा-कांग्रेस को 8-8 वोट, निकाली लॉटरी
खंडवा में भाजपा की ओर से पिंकी वानखेड़े और कांग्रेस की ओर से नानकराम बरवाहे प्रत्याशी थे। इसमें दोनों ही कैंडिडेट्स को 8-8 वोट मिले। इसके बाद कलेक्टर अनूपसिंह ने चिट्ठी से लॉटरी निकाली। लॉटरी में भाजपा प्रत्याशी पिंकी वानखेड़े का नाम खुला। कलेक्टर ने उन्हें जीत का सर्टिफिकेट दे दिया।
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष व वार्ड 2 की सदस्य कंचन मुकेश तनवे के विधायक बन जाने के बाद यह पद रिक्त हुआ था।
जबलपुर: आशा निर्विरोध बनीं अध्यक्ष, कांग्रेस ने नहीं की दावेदारी
जबलपुर में जिला पंचायत के अध्यक्ष पद के लिए भारतीय जनता पार्टी की आशा मुकेश गोटिया ने दावेदारी की। वहीं, कांग्रेस की ओर से कोई सामने नहीं आया। कांग्रेस सदस्यों ने भी भाजपा प्रत्याशी का ही समर्थन किया। बता दें कि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष संतोष बरकड़े के विधायक चुने जाने के बाद से ही यह पद रिक्त था।
आशा गोटिया एक महीने पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई थीं। यहां भारतीय जनता पार्टी के 14 सदस्य हैं, तो कांग्रेस के मात्र 4 सदस्य हैं।
सीहोर: रचना सुरेंद्र मेवाड़ा निर्विरोध चुनी
सीहोर में रचना सुरेंद्र मेवाड़ा को निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुना गया। कांग्रेस की ओर से दावेदारी नहीं की गई। हालांकि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए राजू राजपूत का नाम प्रस्तावित था। बाद में वरिष्ठ नेताओं ने राजू राजपूत को मना लिया। उन्होंने दावेदारी वापस ले ली। वहीं, कांग्रेस की ओर से कोई दावेदार सामने नहीं आया। कलेक्टर प्रवीण सिंह ने प्रमाण पत्र प्रदान किया।
अशोकनगर: राव अजय प्रताप सिंह 7 वोट से जीते
अशोकनगर में भाजपा के राव अजय प्रताप सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष चुन लिए गए। यहां कुल 11 वोट हैं। इनमें भाजपा की ही दूसरी प्रत्याशी बविता यादव पत्नी मोहन सिंह यादव को 2 वोट मिले, जबकि राव अजय प्रताप सिंह को 9 वोट मिले।
इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए कांग्रेस व भाजपा दोनों ही पार्टियों ने अपने मैंडेट जारी नहीं किए थे। बिना मैंडेट के ही उम्मीदवारों ने फॉर्म भरे। इस बार अध्यक्ष पद के लिए फॉर्म भरने वाले दोनों ही बीजेपी समर्थक थे। कांग्रेस के किसी भी सदस्य ने नामांकन जमा नहीं किया।
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जगन्नाथ रघुवंशी चंदेरी से विधायक चुने गए थे। इसके बाद यह पद खाली हो गया था।
सिवनी में कांग्रेस का उपाध्यक्ष
सिवनी में कांग्रेस के राकेश सनोडिया को जिला पंचायत उपाध्यक्ष चुना गया। बता दें कि जिला पंचायत उपाध्यक्ष बृजेश उर्फ लालू बघेल के जाति प्रमाण पत्र को लेकर आपत्ति दर्ज की गई थी। इसके बाद कोर्ट ने चुनाव को शून्य घोषित कर दिया था। इसके बाद रिक्त हुए वार्ड एक सदस्य पद के लिए अनुसूचित जनजाति आरक्षित सीट पर चुनाव कराए गए थे। उस सीट पर नितिन डेहरिया ने चुनाव जीता था। सोमवार को सदस्यों के बीच उपाध्यक्ष पद के लिए मतदान कराया गया। इसमें कुरई क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य राकेश सनोडिया को उपाध्यक्ष चुना गया।