रंगपंचमी पर महाकाल मंदिर में बाहर से रंग लाने पर बैन, गर्भगृह में आग के बाद गाइडलाइन जारी
उज्जैन। उज्जैन के महाकाल मंदिर में आग के बाद कलेक्टर नीरज सिंह ने मंगलवार को गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत 29 मार्च को रंगपंचमी के दिन मंदिर में बाहर से रंग लाने पर बैन रहेगा। कलेक्टर ने कहा- सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार ही पर्व मनाया जाएगा। इसका सख्ती से पालन करने की बात कही।
कलेक्टर नीरज सिंह ने कहा – पुजारी-पुरोहित को भी गर्भगृह में रंगपंचमी पर प्रतीकात्मक रूप से होली खेलेंगे। कलेक्टर ने बताया कि परंपरा के अतिरिक्त ऐसी सामग्री का उपयोग नहीं किया जाएगा, जिससे नुकसान हो। रंगपंचमी पर भस्म आरती में भक्तों की संख्या को नियंत्रित किया जाएगा।
जानिए, महाकाल मंदिर में क्या हुआ था
सोमवार सुबह 5.49 बजे महाकाल मंदिर के गर्भगृह में भस्म आरती चल रही थी। उस दौरान हजारों श्रद्धालु मौजूद थे। भक्त भगवान महाकाल के साथ होली खेल रहे थे। आरती के दौरान अचानक आग भभक गई, जिससे मंदिर के पुजारी समेत 14 लोग झुलस गए।
कलेक्टर बोले- नियम तोड़ने पर कार्रवाई
कलेक्टर ने सख्त लहजे में कहा- मंदिर में आने वाले लोगों को चेकिंग के बाद ही प्रवेश मिलेगा। मंदिर का नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। रंगपंचमी पर मंदिर प्रबंधन समिति टेसू (पलाश) के फूलों से बने हर्बल रंग की व्यवस्था करेगी।
इंदौर में भर्ती 13 घायलों की हालत में सुधार
मंदिर में सोमवार को हुए हादसे में घायल 13 लोग इंदौर के अरविंदो अस्पताल में भर्ती हैं। सभी की हालत में सुधार है। श्री अरविंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SAIMS) के डॉ. विनोद भंडारी ने बताया कि विशेषज्ञों की देखरेख में सभी मरीजों का इलाज किया जा रहा है। बाकी एक घायल को उज्जैन में जिला अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।