जबलपुर में सेंट अलोयसिस स्कूल की मनमानी, 5 मिनट देरी से पहुंचे 300 बच्चे एक घंटे खड़े रहे; परिजन ने किया हंगामा

जबलपुर (वाजिद खान)। जबलपुर में बुधवार सुबह सेंट अलोयसिस स्कूल की फिर मनमानी सामने आई है। स्कूल प्रबंधन ने बुधवार को महज 5 मिनट देरी से पहुंचे बच्चों को अनुशासन का हवाला देकर स्कूल से निकाल दिया। मेन गेट पर ताला लगा दिया। करीब 300 से ज्यादा बच्चे एक घंटे तक बैग लेकर ग्राउंड में खड़े रहे। बच्चे रोने लगे।
मौके पर बड़ी संख्या में पेरेंट्स भी पहुंच गए। स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को टीसी ले जाने तक की धमदी दी। हंगामे के बाद करीब 8:30 बजे बच्चों को क्लास में जाने दिया गया।
परिजन का कहना है कि जिला प्रशासन की कार्रवाई के बाद स्कूल प्रबंधन बौखलाया हुआ है। परिजन ने कलेक्टर से भी शिकायत की है। इधर, कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि इस तरह किसी भी स्कूल की हठधर्मिता बर्दाश्त नहीं होगी। शिकायत के बाद स्कूल की मान्यता रद्द करने के लिए अनुमोदन किया जाएगा।
Arbitrariness of St. Aloysius School in Jabalpur
स्कूल के प्रिंसिपल को भेजा था जेल
बता दें कि सेंट अलोयसिस स्कूल की प्रिंसिपल सोमा जॉर्ज के खिलाफ अवैध फीस वसूली, यूनिफॉर्म और बुक्स की बिक्री के मामले में ग्वारीघाट थाने में केस दर्ज है। इनमें सेंट अलोयसिस पोलीपाथर की फीस 7.40 लाख रुपए में 2.80 लाख रुपए की कमी करवाई थी। उन्हें जेल भी भेजा गया था। करीब दो महीने बाद कुछ दिन पहले वह जमानत पर बाहर आई हैं।

एक दिन पहले भेजा मैसेज, 7:20 बजे बंद होगा गेट
एक बच्चे के पेरेंट्स ने बताया कि मंगलवार को स्कूल प्रबंधन ने 10:57 मिनट पर मैसेज मिला। कहा गया कि 31 जुलाई से सुबह 7:20 बजे स्कूल का मेन गेट बंद हो जाएगा। इसके बाद आने वाले बच्चों को स्कूल के अंदर प्रवेश नहीं मिलेगा। आज जब बच्चे स्कूल पहुंचे, तो मेन गेट बंद ना करते हुए कैंपस का वो गेट बंद कर दिया, जहां से बच्चे क्लास रूम में जाते हैं। इसके बाद बच्चे ग्राउंड में खड़े हो गए। ऐसे करीब 300 बच्चे थे, जो दो से 5 मिनट लेट हुए।
करीब एक घंटे तक बच्चे बाहर खड़े रहे। जिला प्रशासन द्वारा तय की गई फीस नहीं ली जा रही है। जब आदेश का हवाला देते हैं, तो उसका फ्रस्ट्रेशन निकाला जा रहा है।’
Arbitrariness of St. Aloysius School in Jabalpur
बच्चे बोले- लेट आने पर टीचर डांटते हैं
परिजन का कहना है कि जब क्लास रूम में नहीं जाने दिया, तो बच्चे रोने लगे। दूसरी क्लास में पढ़ने वाला एक बच्चा इस कदर डर गया कि वह अपनी मां को छोड़ने को तैयार नहीं था। बच्चे ने बताया कि लेट आने पर जमीन पर बैठाया जाता है। टीचर द्वारा डांट लगाई जाती है। कुछ यही स्थिति सात साल की एक बच्ची की भी थी। चौथी में पढ़ने वाले एक बच्चे को परिवार वाले छोड़कर घर जा चुके थे, जब उसे बाहर कर दिया, तो वह कांपने लगा।
तीन बार लेट होने पर 10 रुपए फाइन
सेंट अलोयसिस स्कूल पोलीपाथर में करीब ढाई हजार बच्चे पढ़ते हैं। दरअसल, स्कूल का समय सुबह 7:20 बजे है। इसके बाद असेंबली होती है। देरी से पहुंचने वाले बच्चों को असेंबली में शामिल होने दिया जाता है। साथ ही, उनकी स्कूल डायरी में भी नोट लगा दिया जाता है। तीन बार कंटीन्यू लेट होने पर 10 रुपए फाइन भी वसूला जाता है। इस मामले में स्कूल प्रबंधन बात करने से बचता रहा।
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