TI को गोली मारने वाले SI का कथित ऑडियो, कहा – उसने राजनीति कर मेरा ट्रांसफर लाइन में करा दिया, सिर्फ अहसास कराया है
रीवा। रीवा के सिविल लाइन थाने के सब इंस्पेक्टर बीआर सिंह की गोली से घायल टीआई हितेंद्र नाथ अब खतरे से खतरे से बाहर हैं। उन्हें 20 यूनिट ब्लड चढ़ाया जा चुका है। घटना के दूसरे दिन एसआई का कथत ऑडियो सामने आया है। इसमें आराेपी एसआई कह रहा है कि उसने (टीआई हितेंद्र नाथ) ने राजनीति कर मेरा ट्रांसफर पुलिस लाइन में करा दिया था। अब अति हो गई थी। अहसास कराया है कि तू अन्याय मत कर…।
ऑडियो कथित पत्रकार गुड्डू नाम के शख्स से फोन पर SI बीआर सिंह के बीच बातचीत का कहकर वायरल किया गया है।
गुरुवार को सिविल लाइन थाने में SI बीआर सिंह ने टीआई हितेंद्र नाथ शर्मा को चेंबर में घुसकर गोली मार दी थी। टीआई को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भोपाल और जबलपुर से आई डॉक्टरों की टीम ने सर्जरी कर गोली को निकाला था। डॉक्टरों के मुताबिक टीआई की हालत खतरे से बाहर है। उन्हें 20 यूनिट से ज्यादा ब्लड चढ़ाया जा चुका है।
आरोपी SI बीआर सिंह का कथित पत्रकार गुड्डू के बीच बातचीत के ऑडियो में क्या है…
गुड्डू – हैलो
SI बीआर सिंह – हां, हैलो
गुड्डू – जी साहब, सलाम
SI बीआर सिंह – साहब सलाम
गुड्डू – दादा गुड्डू बोल रहा हूं
SI बीआर सिंह- हां भैया, गुड्डू बताओ
गुड्डू – क्या हो गया दादा?
SI बीआर सिंह – कुछ तो हुआ होगा यार, तब तो कुछ हुआ है
गुड्डू – नहीं, अचानक कैसे हो गया ?
SI बीआर सिंह – एक चीज बताऊं, आज तक मैंने अधर्म किया है ?
गुड्डू – नहीं..नहीं
SI बीआर सिंह – अचानक यार..जब कोई अति हो जाएगी तो उसका..
गुड्डू – नहीं..नहीं
SI बीआर सिंह – उसको केवल गोली छुआई है। बवंडर ऐसा मचा है जैसे…मर गया हो
गुड्डू – हां
SI बीआर सिंह – हमारी गोली लगेगी तो क्या कोई बचेगा ?
गुड्डू – नहीं, सही बात है
SI बीआर सिंह – अगर निशाना लगाकर मारता तो
गुड्डू – जी..जी
SI बीआर सिंह – अन्याय की इतनी कड़ी है मेरे भाई… कि मैं बता नहीं सकता
गुड्डू- हां-हां
SI बीआर सिंह – इसने राजनीति करके मेरा ट्रांसफर पुलिस लाइन करा दिया
गुड्डू – हां
SI बीआर सिंह – एसपी साहब के पास गया। पूछा- साहब हमारे खिलाफ आरोप क्या-क्या हैं? कौन सा ऐसा कृत्य किया है कि मेरा ट्रांसफर पुलिस लाइन कर दिए हैं
गुड्डू – जी, जी
SI बीआर सिंह – पुलिस अधीक्षक के पास कोई जवाब नहीं
गुड्डू – अरे…
SI बीआर सिंह – प्रकरण सिर्फ इतना है कि एक राहुल पटेल, जिसने आईजी साहब के और डीआईजी साहब के बंगले और कार्यालय में फर्नीचर लगाया है
(इसके बाद फोन कट गया। फिर दोबारा नहीं लगा…)
आरोपी SI ने TI पर चार फायर किए थे
दोपहर करीब ढाई बजे एसआई बीआर सिंह थाने पहुंचे। उस वक्त टीआई हितेंद्र शर्मा चेंबर में फाइलें देख रहे थे। बीआर सिंह ने टीआई के चेंबर में जाकर पूछा- मुझे लाइन किसने भेजा?
इस पर टीआई बोले- यह एसपी साहब की व्यवस्था है। उनसे पूछो तो बेहतर होगा। इसके बाद एसआई ने सर्विस रिवॉल्वर टीआई के कंधे से सटाकर फायर कर दिया। इसके बाद रिवॉल्वर माथे पर रखी। टीआई ने एसआई का हाथ दूसरी तरफ कर दिया। फायर मिस हो गया।
आवाज सुनकर स्टाफ टीआई के चेंबर में पहुंचा। इसी बीच, एसआई ने तीसरा और चौथा फायर किया, जिसको स्टाफ ने उसका हाथ पकड़कर मिस करा दिया। स्टाफ ने टीआई को बाहर निकाला और एसआई को चेंबर में बंदकर बाहर से कुंडी लगा दी। इसके बाद टीआई को अस्पताल पहुंचाया गया।
करीब 6 घंटे तक चेंबर में ही बंद रहा SI
पुलिस ने घटना के करीब 6 घंटे बाद रात 9 बजे टीआई चेंबर में बंद आरोपी को कस्टडी में लिया। उसके खिलाफ हत्या की कोशिश का केस दर्ज किया है। एडीजी केपी वेंकटेश्वर राव ने उसे बर्खास्त भी कर दिया है।
सात दिन पहले ही किया गया था लाइन अटैच
एसआई बीआर सिंह सिविल लाइन थाने में टीआई शर्मा के अधीनस्थ था। सात दिन पहले ही उसे पुलिस लाइन अटैच किया गया था। उसके खिलाफ विभागीय जांचें चल रही हैं। ऑडियो में पुलिस लाइन अटैच करने को लेकर SI नाराजगी जाहिर करते हुए सुनाई दे रहा है।