कृषि विभाग के इंजीनियर की जिंदा जलने से मौत, आग बुझाने जलते घर में दाखिल हुआ; सीढ़ियों पर मिला शव
भोपाल। भोपाल में कृषि यांत्रिकीय विभाग में पदस्थ इंजीनियर का जिंदा जल गया। उनके घर में आग लग गई थी। लोगों के मना करने के बावजूद आग बुझाने के इरादे से वह जलते घर में घुस गए। इसी दौरान वह धुआं और आग की चपेट में आ गए। एक घंटे बाद फायर ब्रिगेड की टीम को उनका जला हुआ शव मिला।
घटना बुधवार रात करीब साढ़े 11 बजे की है। बागमुगलिया क्षेत्र की पेबल-बे कॉलोनी में अनिल पोरवाल (55) का घर है। वह संचालनालय कृषि अभियांत्रिकी में कृषि यंत्री के पद पर पदस्थ थे। परिवार में पत्नी के अलावा एक बेटी भी है। रात करीब साढ़े 11 बजे वह घर में पत्नी और बेटी के साथ बैठे थे।
उन्हें घर की पहली मंजिल से धुआं निकलता दिखा। वह पहली मंजिल पर दौड़कर पहुंचे। यहां से आग की लपटें निकल रही थीं। उन्होंने पहले पत्नी और बच्ची को सुरक्षित निकाला। इस दौरान अन्य लोग भी पहुंच गए थे। फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। करीब 45 मिनट के बाद पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया
जला हुआ शव सीढ़ियों पर मिला
बागसेवनिया थाना प्रभारी संजीव चौकसे ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस भी पहुंच गई थी। आग बुझाने के बाद पुलिस और परिजन पहली मंजिल पर पहुंचे, तो सीढ़ियों के पास अनिल पोरवाल का शव पड़ा था। आग की लपटों से वह बुरी तरह झुलस गए थे। बताया जा रहा है कि अनिल सीढ़ियों की मदद से ऊपर जाने की कोशिश कर रहे थे, तभी धुआं और आग की चपेट में आने से गिर गए। घर में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।
पुलिस का कहना है कि संभवत: जिस कमरे में आग लगी, उसमें इंजीनियर का कीमती सामान रखा था, वह उसे लेने गए थे। दूसरी बात ये भी आ रही है कि वह आग बुझाने के उद्देश्य से ऊपर गए थे, जिससे आग की चपेट में आ गए।