इंदौर में मैदान छोड़ने पर अक्षय बम बोले-15 लाख की घड़ी पहनने वाले को कोई क्या देगा, कहा- राम राज्य का संकल्प पूरा करने BJP जॉइन की

इंदौर। इंदौर लोकसभा सीट पर बतौर कांग्रेस प्रत्याशी मैदान छोड़कर भाजपा में शामिल होने की बात पर अक्षय कांति बम ने चुप्पी तोड़ दी। उन्होंने कहा- राम राज्य का संकल्प पूरा करने के लिए भाजपा में शामिल हुआ हूं। डील की अटकलों पर उन्होंने कहा, ‘जो व्यक्ति 15 लाख रुपए की घड़ी पहनता हो, जो शून्य से शीर्ष पर पहुंचा हो, उसे कोई डील में क्या देगा?’
अक्षय ने मंगलवार रात आलीराजपुर में मीडिया से चर्चा की। वे यहां कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के साथ भाजपा शक्ति केंद्र के कार्यकर्ताओं की बैठक में पहुंचे थे। नामांकन वापस लेने के बाद पहली बार मीडिया के सामने आए अक्षय ने पांच सवालों में जवाब दिए…
पहला- आप डर गए थे क्या?
जवाब: मैंने तो कांग्रेस से इंदौर की अयोध्या (इंदौर-4 विधानसभा सीट) से टिकट मांगा था। यह सबसे मुश्किल सीटों में से एक है। अगर इस सीट से मैं काम करने की ताकत रखता हूं, तो समझ लेना चाहिए कि मेरे मन में डर नहीं।
दूसरा: भाजपा में आने के लिए डील हुई है?
जवाब: वर्तमान में मेरे पास सबकुछ है। जो आदमी 15 लाख की घड़ी पहनता है, उसको कोई क्या डील देगा? यहां मुझे जो भी दायित्व दिया जाएगा, जितने भी निचले स्तर से दिया जाएगा, एक छोटे से कार्यकर्ता के रूप में उसे ईमानदारी से निभाऊंगा।
तीसरा: आपने पार्टी क्यों बदली?
जवाब: मैं रामभक्त हूं। संघ शक्ति कलयुगे। यदि किसी को आगे बढ़ना है, तो वह संघ और संगठन की शक्ति से ही आगे बढ़ सकता है। जहां संगठन मजबूत होगा, वहीं रामराज्य आएगा। हमें सनातन धर्म को विश्व में ले जाना है। राष्ट्र जागृति को जगाना है। स्वर्णिम भारत बनाने के लिए देश के हर वर्ग को जागृत करना है।
मैं नहीं कहता कि कल मैंने बड़ा काम किया। मैं अगर सांसद भी होता, तो सनातन धर्म के लिए पद से त्यागपत्र देता और काम करता। व्यक्तिगत निर्णय से सनातन धर्म का निर्णय लेना ज्यादा जरूरी है।
चौथा: भाजपा में आने के बाद से अब तक चुप क्यों थे?
जवाब: मैं तो यहां कार्यकर्ता बनने आया हूं। बहुत खुश हूं कि पिछले 24 में से 18 घंटे मुझे कैलाश विजयवर्गीय जी ने हाथ पकड़कर बोलना सिखाया। पहली बार आलीराजपुर में भाषण दिया है। ये मुझे जीवनभर याद रहेगा।
पांचवां: 17 साल पुराने केस में धारा 307 का इजाफा किया गया?
जवाब: इस पर 10 मई को विवेचना होना है। उसके बाद तय होगा कि मुझ पर 307 लगनी चाहिए या नहीं।