आचार्य ने बच्चे से कहा था- मुझसे शादी करोगे, उज्जैन में दंडी आश्रम के कमरा नंबर 12 में बुलाता था, दूसरा आरोपी भी गिरफ्तार

उज्जैन। उज्जैन के दंडी आश्रम में यौन शोषण मामले में पुलिस ने दूसरी आरोपी अजय ठाकुर को भी गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार रात उसे आष्टा से पकड़ा गया है। गुरुवार को पुलिस उसे उज्जैन लेकर आई। बताया जाता है कि आरोपी आचार्य ने बच्चे को शादी का ऑफर दिया था। वह बच्चों को कमरा नंबर 12 में बुलाता था। अभिभावकों ने पुलिस के सामने कहा कि एग्जाम के बाद बच्चों को आश्रम से निकालना है। मंदसौर के एक बच्चे के पिता ने कहा कि 19 बच्चों के माता-पिता से बात हो गई है।
बड़नगर मार्ग स्थित दंडी सेवा आश्रम में संचालित गुरुकुल में बच्चों से यौन शोषण के खुलासे के बाद पुलिस ने आचार्य राहुल शर्मा और सेवादार अजय ठाकुर पर अलग-अलग 3 केस दर्ज किए हैं। अप्राकृतिक कृत्य की धारा के साथ पॉक्सो एक्ट में भी कार्रवाई की गई है। आचार्य राहुल शर्मा को आश्रम के संचालक संत गजानंद सरस्वती ने खुद पुलिस बुलाकर गिरफ्तार करा दिया था। सेवादार फरार था।
यह भी बताया जाता है कि मामले का खुलासा 15 दिन पहले हो गया था। आश्रम के संचालक गजानंद सरस्वती ने थाने में रिपोर्ट करने के बजाय सेवादार अजय ठाकुर को निकाल दिया था।
बच्चे ने पुलिस को बताई आचार्य की करतूत
‘मैं मंदसौर जिले में रहता हूं। दांडी आश्रम में रहकर करीब एक साल से पंडिताई की शिक्षा ग्रहण कर रहा हूं। 7 अप्रैल को राहुल आचार्य ने अपने कमरा नंबर 12 में बुलाया। मैं शाम को पहुंचा। यहां राहुल आचार्य ने बोला- तू मुझसे शादी करेगा, तो मैंने मना कर दिया। बोला- अब मुझसे बात मत करना फिर मैं बाहर आ गया था। 9 अप्रैल को फिर राहुल आचार्य ने बुलाया। मैं रात 8 बजे गया।
राहुल आचार्य जी ने दरवाजे की अंदर से कुंडी लगा ली। उन्होंने मेरे साथ गलत काम किया। मुझे धमकी दी कि किसी को बताया, तो जान से मार दूंगा। मैं डर गया था। 19 अप्रैल को ममेरी बहन की शादी थी, इसलिए 10 अप्रैल को पिता और अंकल मुझे लेने आए। मैंने अपनी मां को घटना के बारे में बताया, लेकिन वह समझ नहीं पाईं। शादी के बाद 21 अप्रैल को घर आ गया। 1 मई को परीक्षा थी। 26 अप्रैल को पिताजी वापसी दांडी आश्रम छोड़ गए थे। आश्रम में सहपाठी के माता-पिता आए थे। उन्हें पूरी बात बताई।
(जैसा महाकाल थाने में FIR में बयान दर्ज कराए)
पेरेंट ने वॉट्सऐप ग्रुप बनाया, तब मामला सामने आया
अन्य पीड़ित बच्चे के पेरेंट ने बताया कि 15 अप्रैल को बच्चे से मिलने आश्रम पहुंचा था। यहां बेटे ने बताया कि आश्रम का सेवादार अजय ठाकुर गंदी बात करता है। इस दौरान कुछ और बच्चे मेरे पास बाहर आकर रोने लगे। उन्होंने भी अजय ठाकुर की करतूतों के बारे में बताया। मैंने बच्चों से उनके माता-पिता के मोबाइल नंबर लिए। इसके बाद वॉट्सऐप ग्रुप बनाया। ग्रुप में जानकारी शेयर की। सभी ने मिलकर आश्रम संचालक गजानंद सरस्वती से कहा, तो उन्होंने अजय ठाकुर को निकाल दिया। सभी ने आश्रम संचालक से बात करने का मन बनाया, तो 30 अप्रैल को मिलना तय हुआ।
बच्चे ने बताया- आचार्य भी गंदा काम करता है
पेरेंट ने बताया कि मंगलवार को अभिभावक आश्रम पहुंचे। यहां गजानंद सरस्वती, आचार्य राहुल शर्मा समेत अन्य आचार्य भी शामिल थे। सेवादार अजय ठाकुर की बात चल रही थी। इस दौरान एक बच्चा दौड़ता हुआ आया। बोला- आचार्य राहुल शर्मा ने भी मेरे साथ गलत काम किया है। रात में ही महाकाल थाना पुलिस को बुलाकर राहुल को पुलिस के हवाले कर दिया।
आश्रम में पढ़ा राहुल और वहीं बन गया आचार्य
एक बच्चे के पेरेंट ने बताया कि राहुल शर्मा ने दांडी आश्रम से ही पढ़ाई की है। बचपन से ही वह आश्रम में रहने लगा था। आचार्य का पद संभालने के बाद से बच्चों को पढ़ाने लगा। मंगलवार रात जब एक छात्र ने कमरा नंबर 12 का जिक्र किया। बताया- आचार्य राहुल शर्मा इसी कमरे में ले जाकर गंदा काम करता था। कई बार बच्चों को कमरे में बुलाया था।
1993 में दांडी आश्रम की स्थापना स्वामी मोहनानंद सरस्वती महाराज ने बड़नगर रोड पर की थी। ट्रस्ट के माध्यम से इसमें बच्चे कर्मकांड, ज्योतिष, संगीत, वेद अध्ययन और संस्कृत अध्ययन करने आने लगे। वर्तमान में यहां करीब 80 बच्चे अध्ययनरत हैं।