रीवा में डॉक्टर की पीट-पीटकर हत्या, NGO डायरेक्टर ने नशा मुक्ति केंद्र में बुलाकर किया हमला

रीवा। रीवा में एक डॉक्टर की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। डॉक्टर आरोपी की पत्नी से बात करता था। इसी बात से नाराज आरोपी ने साथियों के साथ मिलकर नशा मुक्ति केंद्र में बहाने से बुलाकर हमला कर दिया। पुलिस ने एनजीओ डायरेक्टर समेत 5 लोगों पर केस दर्ज किया है। तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। दो आरोपी फरार हैं।
घटना सोमवार दोपहर करीब 3 बजे की है। गंभीर हालत में डॉक्टर को संजय गांधी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई। थाना प्रभारी कमलेश साहू के मुताबिक कृष्णा नगर में रहने वाले रुद्र सेनगुप्ता (53, BHMS) पद्मधर कॉलोनी में संचालित न्यू संकल्प नशा मुक्ति केंद्र में डॉक्टर थे।
Doctor beaten to death in Rewa
ऑफिस के काम के बहाने बुलाया था
एसपी विवेक सिंह ने बताया, दोपहर 3 बजे नीलेश तिवारी ने डॉ. रूद्र सेन गुप्ता को फोन कर ऑफिस बुलाया। डॉक्टर सेनगुप्ता नशा मुक्ति केंद्र पहुंचे, तो यहां केंद्र डायरेक्टर शशांक तिवारी, नीलेश तिवारी और राजकुमार तिवारी और प्रसून तिवारी सहित एक महिला प्रियंका तिवारी पहले से बैठे थे।
कहासुनी के बाद डॉक्टर को पीटने लगे
आरोपियों और डाॅक्टर में बातचीत के बाद बहस होने लगी। विवाद के दौरान आरोपियों ने मिलकर डॉ. रूद्र सेनगुप्ता पर हमला बोल दिया। डॉक्टर के सिर में गंभीर चोट लगी। गंभीर हालत में डॉक्टर ने घर वालों को सूचना दी। फिर परिजन उसे अस्पताल ले गए।
Doctor beaten to death in Rewa
एसपी विवेक सिंह ने बताया कि मारपीट की वजह से अंदरुनी चोट लगी हैं। पांच लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। प्रसून तिवारी, शशांक तिवारी और प्रियंका तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल ,केंद्र को सील कर दिया है।
डॉक्टर को दी थी चेतावनी
एसपी ने बताया कि प्रसून तिवारी को संदेह था कि डॉ. रुद्र सेनगुप्ता उनकी पत्नी से बात करता था। इसे लेकर प्रसून तिवारी और उनका परिवार डॉ. रूद्र सेनगुप्ता को पहले भी चेतावनी दे चुका था।
करीब पांच साल से रीवा में नशा मुक्ति केंद्र चल रहा है। उन्हें सरकारी फंड भी मिलता है। पिछले ढाई साल से डॉ. सेनगुप्ता यहां सेवाएं दे रहे थे।
Doctor beaten to death in Rewa
परिजन बोले- पुलिस ने एक्सीडेंट की जानकारी दी
डॉक्टर सेनगुप्ता के रिश्तेदार शेषमणि ने बताया कि रात साढ़े आठ बजे बहन के पास पुलिस का फोन आया कि आपके पति का एक्सीडेंट हो गया है। उन्होंने मुझे कॉल किया। जब वे अस्पताल पहुंची, तो मौत की सूचना दी। देखा कि उनके शरीर पर चोट के निशान हैं। हमारे साथ न्याय होना चाहिए।