जबलपुर में प्राइवेट स्कूल ने गुपचुप जमा कराई महंगी किताबें, पैरेंट्स को मैसेज कर बुलाया; SDM बोले- यह सबूतों से छेड़छाड़

जबलपुर। जबलपुर में स्टेमफील्ड स्कूल मैनेजमेंट का नया कारनामा सामने आया है। स्कूल मैनेजमेंट ने छुट्टी के दिन रविवार को स्कूल खोलकर हिंदी ग्रामर बुक जमा कराने लगा। बकायदा पेरेंट्स को मैसेज कर सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक बुक के साथ बुलाया गया था।
कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना तक शिकायत पहुंची। कलेक्टर के निर्देश पर अधारताल एसडीएम शिवाली सिंह ने स्कूल में छापा मारा। टीम ने मौके से 6वीं, 7वीं और 8वीं क्लास की 35 बुक जब्त की हैं।
एसडीएम का कहना है कि मामला कोर्ट में विचाराधीन है। बावजूद स्टेमफील्ड स्कूल मैनेजमेंट ने पेरेंट्स को बुक्स जमा कराने के मैसेज कर बुलाया। स्कूल मैनेजमेंट जांच के दौरान सबूत के साथ छेड़खानी की कोशिश कर रहा है।

स्कूल का संचालक फरार
जबलपुर के 11 स्कूल्स के खिलाफ अधिक फीस वसूली और बिना आईएसबीएन नंबर की किताब चलाने की जांच चल रही है। इसमें स्टेमफील्ड स्कूल भी शामिल है। जिला प्रशासन ने स्कूल पर 2 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया था। स्कूल संचालक फरार हैं।
Private school in Jabalpur secretly deposited expensive books
पेरेंट्स पर दबाव बनाकर बुलाया गया
एसडीएम शिवाली सिंह ने बताया कि पूछताछ में अभिभावकों ने बताया कि पिछले दो दिन से स्कूल मैनेजमेंट मैसेज और कॉल कर उन्हें स्कूल आने के लिए कह रहा था। पेरेंट्स ने मैसेज और स्कूल के जरिए किए गए कॉल की जानकारी दी है। हिंदी ग्रामर की किताबें जब्त की गई हैं। कलेक्टर को रिपोर्ट दी जाएगी। इसके बाद वे आगे की कार्रवाई करेंगे।
एक अभिभावक ने बताया कि शनिवार रात स्कूल की ओर से कॉल आया था। हिंदी ग्रामर की बुक की कीमत 450 रुपए से ज्यादा है।
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