फ्रांस की सोरबोन यूनिवर्सिटी ने CM भूपेश बघेल नवाचार के लिए दी मानद उपाधि, एक सप्ताह में दूसरी बार बने डॉक्टर
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को फ्रांस की साेरबोन यूनिवर्सिटी ने डॉक्टरेट की उपाधि से नवाजा है। यूनिवर्सिटी ने छत्तीसगढ़ सरकार के विकासकार्यों में नवाचार के लिए सम्मानित किया है। राजधानी के निजी होटल में अरबिंदो योग एंड नॉलेज फाउंडेशन के कार्यक्रम में सम्मान दिया गया है। यहां इसरो के वरिष्ठ वैज्ञानिक सुरेश कुमार भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान पत्नी मुक्तेश्वरी बघेल, दोनों बेटियां, बहू और पोते कार्यक्रम में मौजूद थे।
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि आज मेरा सम्मान हुआ है। मेरा परिवार भी साथ है। सबसे अच्छी बात है कि मेरा पोता भी साथ है। उन्होंने कहा कि मेरे पास एक किताब विनोबा जी की है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि भारत में महात्मा गांधी, रविन्द्र नाथ, रामकृष्ण परमहंस जैसी विभूति रही हैं। बिना अस्त्र के लड़ाई की कल्पना को महात्मा गांधी ने साकार किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग नैतिकता को प्रधानता देते हैं। वे धन से दूर होते हैं। नैतिक लोगों को धन से दूर नहीं होना चाहिए। उनके हाथ में धन होगा तो वे सार्थक उपयोग करेंगे। हम ऐसे ही समृद्ध प्रदेश से हैं। भौगोलिक रूप से हम समृद्ध हैं। हमारे पास जंगल है। हिमालय के बाद सबसे अधिक नाले हमारे यहां हैं।
हमारे यहां पर्याप्त खनिज संसाधन हैं। दुनिया भर में बैटरी गाड़ी की डिमांड हो रही है। आरबीआई के सर्वे के मुताबिक हमारे यहां गरीबी रेखा के नीचे बड़ी आबादी है। उद्योग भी है। फिर भी गरीबी है। देश के आकांक्षी जिलों में 10 हमारे यहां से है, जबकि दंतेवाड़ा और कोरबा में प्लांट भी है। फिर भी इन जिलों में गरीबी है।
सरकार के नरवा ,गरवा, घुरवा, बाड़ी कार्यक्रम और गोबर खरीदी की योजना का उल्लेख करते हुए कहा,13 हजार नाले हमने ट्रीट किए, लेकिन एक इंच जमीन भी नहीं डूबी, यह नवाचार है। एक एक बूंद पानी बचाया है। किसानों को कष्ट भी नहीं हुआ।