ASI टीम ने भोजशाला की वीडियोग्राफी की, सर्वे वाले स्थान किए चिन्हित; अर्जेंट हियरिंग वाली याचिका खारिज

धार। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बेंच के आदेश पर धार स्थित भोजशाला का वैज्ञानिक सर्वे (ASI सर्वे) शुक्रवार से शुरू हो गया। इस दौरान पुलिस-प्रशासन की सुरक्षा रही। दिल्ली और भोपाल के अफसरों की सर्वे टीम सुबह 6 बजे भोजशाला परिसर में पहुंची।
टीम दोपहर में नमाज से पहले भोजशाला परिसर से बाहर आ गई थी। पहले दिन पहले दिन भोजशाला का लंबाई चौड़ाई का मेजरमेंट किया गया। जिन स्थानों पर चिन्ह लगे हैं। उन चिन्हों की वीडियोग्राफी की है और सभी चिन्हों को सुरक्षित किया गया है। मशीन लगाकर भी स्थानों को चिन्हिंत किया गया कि भविष्य में यहां सर्वे करना है।
दूसरे चरण का सर्वे शनिवार को होगा। इधर, मुस्लिम पक्ष की सर्वे पर रोक लगाने संबंधी याचिका पर अर्जेंट हियरिंग वाली मांग सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी।
भोजशाला परिसर सर्वे में याचिकाकर्ता आशीष गोयल ने बताया कि हाईकोर्ट ने 11 मार्च को भोजशाला परिसर वैज्ञानिक सर्वेक्षण के निर्देश दिए थे। कोर्ट ने सर्वे के लिए छह सप्ताह का समय दिया है। जांच में कार्बन डेटिंग, जीपीआर और जीपीएस तकनीक का उपयोग होगा। जैसा काशी विश्वनाथ मंदिर और रामजन्मभूमि के अंदर सर्वे हुआ है।

भोज उत्सव समिति के संयोजक गोपाल शर्मा भी टीम के साथ मौजूद रहे। मुस्लिम समाज के दो लोगों को कल सूचना दी गई थी, लेकिन दोनों ही बीमारी का हवाला देकर नहीं आए।
इससे पहले, मजदूरों को मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद प्रवेश दिया गया। सभी के मोबाइल फोन बाहर रखवा लिए गए। मजदूर खुदाई के लिए उपयोगी सामग्री के साथ आए। इस क्षेत्र की निगरानी 60 कैमरों की मदद से की जा रही है।
शहर काजी बोले- सर्वे की सूचना नहीं दी गई
धार के शहर काजी वकार सादिक व जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी के जुल्फिकार अहमद ने कहा कि वे हाईकोर्ट के निर्णय का सम्मान करेंगे, लेकिन सर्वे की हमें सूचना नहीं दी गई। शहर काजी इस सर्वे के दौरान शामिल नहीं हुए।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में अभी कुछ नहीं कहना चाहता। तबीयत ठीक नहीं है।
अब समाज मिलकर लड़ेगा ये लड़ाई
शहर काजी ने कहा- हम समाज की एक मीटिंग बुलाकर समाज की ओर से ही कोर्ट जाने का सोच रहे हैं। हम कमल मौलाना वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष को भी बुलाएंगे और बैठकर बात करेंगे। पूरा समाज मिलकर अब लड़ेगा। हमारे पास डॉक्यूमेंट हैं कि यह मस्जिद है। यहां पर पांच टाइम की नमाज होनी चाहिए। अब हम 5 टाइम की नमाज पढ़ेंगे।
13 से 14 लोग जो स्वयंभू बने हैं, वही सब प्रॉब्लम खड़ी करते हैं। 1902 का सर्वे मौजूद है। यह एक मृत चीज है यह पौधे नहीं हैं, जो बढ़ते रहे। आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के सर्वे में यदि कोई नई चीज आती है तो उसको वेरीफाई करें कि यहां पर 1902 में मौजूद नहीं थी, अब कैसे आई।

सुरक्षा के लिहाज से क्षेत्र को चार भागों में बांटा
एसपी मनोज सिंह ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए सेक्टर व आसपास के क्षेत्र को चार भागों में बांटा गया है। सोशल मीडिया पर साइबर सेल और लीगल सेल काम कर रही है। उम्मीद है कि सर्वे में सभी लोग सहयोग करेंगे। नमाज के दौरान सर्वे टीम के बाहर आने के सवाल पर बोले- उनसे बात करने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
भोजशाला में एएसपी डॉ. इंद्रजीत बाकलवार, सीएसपी, तीन डीएसपी, आठ थाना प्रभारी सहित 175 का पुलिस बल तैनात किया गया है। शहर के हाई राइज भवनों पर भी पुलिस तैनात की गई है। शहर में 25 चौराहों पर पुलिस का फिक्स पॉइंट बनाया गया है। चार पुलिस मोबाइल भी लगातार भ्रमण कर रही है।
सुप्रीम कोर्ट में 1 अप्रैल को सुनवाई
भोजशाला सर्वे मामले में मुस्लिम पक्ष ने 16 मार्च को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिस पर कोर्ट ने 1 अप्रैल को सुनवाई के लिए तारीख दी थी। हालांकि, आज से सर्वे शुरू होने के कारण मुस्लिम पक्ष अर्जेंट हियरिंग के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है। इस पर तत्काल सुनवाई की मांग की, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया। अब सुनवाई 1 अप्रैल को ही होगी।
हाईकोर्ट ने दिए थे सर्वे के आदेश
दरअसल, हाईकोर्ट ने आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) की 5 सदस्यीय कमेटी को भोजशाला के 50 मीटर के दायरे तक सर्वे करने के आदेश दिए हैं। सर्वे दोनों पक्षों की मौजूदगी में हो रहा है। इसकी फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी हो रही है। कोर्ट में 29 अप्रैल को होने वाली अगली सुनवाई में सर्वे रिपोर्ट रखी जाएगी।