लॉन्चिंग के एक दिन पहले विक्रमादित्य वैदिक घड़ी के ऐप पर साइबर अटैक, PM मोदी ने किया था लोकार्पण

उज्जैन। उज्जैन में पहली डिजिटल वॉच विक्रमादित्य वैदिक घड़ी के ऐप हैकर्स के निशाने पर है। लॉन्चिंग के एक दिन पहले ऐप पर साइबर अटैक हो गया। वैदिक घड़ी निर्माता आरोह श्रीवास्तव ने इसकी पुष्टि की है। साइबर सेल में शिकायत दर्ज करवाई जा रही है। 29 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घड़ी का वर्चुअल लोकार्पण किया था।
आरोह श्रीवास्तव के मुताबिक तकनीकी भाषा में इस हमले को डिस्ट्यूबेटर डिनाइल ऑफ सर्विस (डीडीओएस) अटैक कहते हैं। इससे ऐप के सर्वर की प्रोसेस धीमी हो गई है। शुक्रवार को विक्रमादित्य वैदिक शोध संस्थान ऐप को लॉन्च करने वाला था। न्यू यूजर्स इसका उपयोग नहीं कर पा रहे।
आरोह श्रीवास्तव ने बताया कि साइबर अटैक दो कारणों से हो सकता है। पहला- इमेज खराब करने के लिए या फिर कॉम्पिटीशन के लिए अटैक हो सकता है।
एक महीना लगेगा रिकवर होने में
आरोह श्रीवास्तव ने बताया कि गुरुवार को वेबसाइट https://Vedicstandardtime.com पर लाखों बॉट्स छोड़े गए हैं। हालांकि रात 12 बजे तक कुछ हद तक रिकवर कर लिया गया। घड़ी का डिस्प्ले ठीक है, लेकिन नया यूजर ऐप नहीं देख सकेगा। भविष्य में ऐसा ना हो, इसकी तैयारी की जाएगी। पूरी तरह ठीक होने में एक महीना लग सकता है।
वैदिक घड़ी के बारे में जानिए
वैदिक घड़ी को लखनऊ की संस्था ‘आरोहण’ के आरोह श्रीवास्तव ने बनाया है। इसमें GMT के 24 घंटों को 30 मुहूर्त (घटी) में बांटा गया है। हर घटी का धार्मिक नाम और खास मतलब होगा। घड़ी में घंटे, मिनट और सेकंड वाली सुई भी है। सूर्योदय और सूर्यास्त के आधार पर यह टाइम की कैलकुलेशन करती है। मुहूर्त गणना, पंचांग, मौसम से जुड़ी जानकारी भी इस घड़ी के जरिए मिल सकती है।