सूडान में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए ‘ऑपरेशन कावेरी’
नई दिल्ली। भारत सरकार ने हिंसाग्रस्त सूडान से भारतीयों को निकालने के लिए ‘ऑपरेशन कावेरी’ शुरू किया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार ट्वीट कर इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारतीय जहाज और प्लेन सूडान में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए तैयार हैं।
जयशंकर ने ट्वीट में कहा कि ‘सूडान में फंसे हमारे नागरिकों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन कावेरी शुरू हो गया है। करीब 500 भारतीय सूडान के बंदरगाह पहुंच गए हैं। कई और रास्ते में हैं।’ विदेश मंत्री ने कहा कि ‘हमारे जहाज और विमान उन्हें (नागरिकों) घर वापस लाने के लिए तैयार हैं। सूडान में हमारे बंधुओं को सहायता प्रदान करने को प्रतिबद्ध।’
ता दें कि रविवार को भारत सरकार ने कहा था कि हिंसा प्रभावित सूडान में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने की योजना के तहत जेद्दा में दो सी-130जे सैन्य परिवहन विमान उड़ान भरने के लिए तैयार हैं। साथ ही, भारतीय नौसेना के एक जहाज को क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बंदरगाह पर मौजूद है।
शुक्रवार को हुई उच्च स्तरीय बैठक में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूडान से तीन हजार से ज्यादा भारतीयों को सुरक्षित निकालने की योजनाओं की तैयारी के लिए निर्देश दिए गए थे। बता दें कि सूडान में, वहां की सेना और अर्द्धसैनिक समूह के बीच पिछले 10 दिनों से जारी लड़ाई में 400 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
सुरक्षित निकालने के लिए साझेदारों से की बात
विदेश मंत्रालय ने कहा था कि सूडान में फंसे भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारत हर प्रयास कर रहा है। मंत्रालय ने कहा,‘हम सूडान में जटिल और उभरती सुरक्षा स्थिति पर नजर रखे हैं।’ ‘हम सूडान में फंसे और वहां से निकलना चाह रहे भारतीयों को निकालने के लिए विभिन्न साझेदारों के साथ करीबी समन्वय कर रहे हैं।’ विदेश मंत्रालय और सूडान में स्थित भारतीय दूतावास, सूडानी अधिकारियों के अलावा संयुक्त राष्ट्र, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), मिस्र और अमेरिका सहित अन्य के नियमित रूप से संपर्क में हैं।
हिंसा से 420 की मौत, हजारों घायल
डब्ल्यूएचओ ने रविवार को सूडान के स्वास्थ्य मंत्रालय के पोस्ट को रीट्वीट किया। इसमें कहा गया कि अब तक लड़ाई में 420 लोग मारे गए हैं और 3,700 घायल हुए हैं। अन्य बयान में, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि सभी अमेरिकी कर्मियों और परिवारों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। खार्तूम में अमेरिकी दूतावास में परिचालन को “अस्थायी रूप से निलंबित” कर दिया गया है।
गौरतलब है कि सूडान की राजधानी खार्तूम और सूडान के अन्य क्षेत्रों में 15 अप्रैल को सेना प्रमुख अब्देल फतह अल-बुरहान के वफादार बलों और उप-प्रतिद्वंद्वी मोहम्मद हमदान डागलो के बीच हिंसा भड़क गई थी। शक्तिशाली अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स की कमान संभाले हैं।