MP में 4 शहरों में काम पर लौटेंगे ड्राइवर, केंद्र सरकार से बातचीत के बाद बनी सहमति; भोपाल समेत अन्य शहरों में असमंजस

भोपाल। मध्यप्रदेश के चार शहरों में बस-ट्रक ड्राइवर ने हड़ताल खत्म हो गई है। जबलपुर, छिंदवाड़ा, रतलाम और शाजापुर में चालक संघ के पदाधिकारियों ने इसकी घोषणा कर दी है। बुधवार से चारों जगह ट्रक-बस दौड़ने लगेंगे।
वहीं, ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (AIMTC) ने भी हड़ताल खत्म करने की अपील की है। वहीं, भोपाल समेत बाकी शहरों में हड़ताल को लेकर असमंजस की स्थिति है।
जबलपुर में बस चालक संघ के महामंत्री राजेश सेन का कहना है कि हड़ताल खत्म हो रही है। अभी से ड्राइवर बसों के स्टीयरिंग संभाल रहे हैं। बस दौड़ने लगेंगी।
छिंदवाड़ा ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष डोडानी ने बताया कि केंद्र सरकार के आश्वासन के बाद ड्राइवर बुधवार से काम पर लौटेंगे। रतलाम के जिला परिवहन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष विलियम डेनियल (गोलू) ने कहा कि केंद्र सरकार के आश्वासन के बाद हड़ताल खत्म की जा रही है। बुधवार से बसों का संचालन किया जाएगा।
शाजापुर में भी शाजापुर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष दाउद खान बताया कि फिलहाल प्रदर्शन नहीं होगा, क्योंकि सरकार नया कानून अभी लागू करने नहीं जा रही है।

इससे पहले, मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने सरकार को हड़ताल खत्म कराने के निर्देश दिए थे। इस संबंध में दो याचिकाओं पर मंगलवार को हुई सुनवाई में हाईकोर्ट ने कहा- ‘हड़ताल को तुरंत खत्म करवाया जाए। सरकार परिवहन बहाल करवाए।’ ये याचिकाएं नागरिक उपभोक्ता मंच और अखिलेश त्रिपाठी की ओर से दायर की गई।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी हड़ताल को लेकर मंगलवार को कमिश्नर्स-कलेक्टर्स और एसपी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। उन्होंने निर्देश दिए कि आवश्यक सामग्री के लिए लोगों को परेशानी न हो, इसके लिए जरूरी उपाय किए जाएं।
रास्ते की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करें। किसी भी मार्ग पर अवरोध और बाधा न हो। सभी डीलर्स, एसोसिएशन के साथ बैठक करें। सोशल मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया आदि प्लेटफार्म का उपयोग करते हुए स्थिति सामान्य होने की जानकारी दी जाए।
बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव राघवेंद्र सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
जरूरी चीजों की सप्लाई हुई कम
मंगलवार को हड़ताल के चलते भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर सहित अन्य जिलों में दूध से लेकर सब्जी और किराना सप्लाई प्रभावित हुई। ज्यादातर शहरों में सब्जी-फलों के दाम दोगुने से ज्यादा हो गए। स्कूल-कॉलेज बसें बंद रहीं। खरगोन में पुलिस और प्रर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई। बुरहानपुर में हड़ताल कर रहे ड्राइवरों ने दूसरे वाहन चालकों को जूते-चप्पलों की माला पहनाने के प्रयास किए। कई वाहनों की हवा निकाल दी।

ड्राइवर उस हिट एंड रन से जुड़े कानून का विरोध कर रहे हैं, जिसमें 10 साल की सजा और 7 लाख रुपए जुर्माने का प्रावधान किया गया है।

बैठक में ड्राइवर से बोले कलेक्टर- तुम्हारी क्या औकात
शाजापुर में हड़ताल को लेकर कलेक्टर किशोर कन्याल ने बैठक बुलाई। बैठक में कलेक्टर और ड्राइवर्स के बीच बहस हो गई। दरअसल, कलेक्टर समझा रहे थे कि कोई कानून हाथ में नहीं लेगा। इसी दौरान एक ड्राइवर ने कलेक्टर को कहा- अच्छे से बोलो।
यह सुनकर कलेक्टर भड़क गए और कहा- गलत क्या है। समझ क्या रखा है? क्या करोगे तुम, तुम्हारी औकात क्या है? इसके बाद ड्राइवर ने कहा- यही तो हमारी लड़ाई है, हमारी कोई औकात नहीं है। इसके बाद कलेक्टर ने कहा- लड़ाई ऐसे नहीं होती। बाद में ड्राइवर ने कलेक्टर से माफी मांग ली।

रतलाम में पेट्रोल-डीजल की लिमिट तय
रतलाम में कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने पेट्रोल पंप संचालकों को आदेश जारी कर वाहनों में पेट्रोल भरने की लिमिट तय कर दी है। जिले में कोई भी पेट्रोल पंप संचालक बाइक-ऑटो में 500 रुपए से अधिक और चार पहिया व मालवाहक वाहन में 1500 रुपए से अधिक का पेट्रोल-डीजल नहीं दिया जाएगा। साथ ही, धारा 144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया है।
