भोपाल में इज्तिमा समागम शुरू, पहले दिन मौलाना जमशेद बोले- माफ करने वाला इंसान बनें
भोपाल। भोपाल में चार दिनी आलमी तब्लीगी इज्तिमा शुक्रवार से शुरू हो गया है। इसमें दुनियाभर से जमातें आई हैं। पहले दिन उत्तर प्रदेश के मौलाना जमशेद ने कहा, जो तुम पर ज्यादती करे उसे माफ कर दें, यह कड़वा घूंट जरूर है, मगर यह ईमान वाले लोगों की पहचान भी है। इसलिए माफ करने वाला इंसान बनें।
अपनी तकरीर में उन्होंने कहा कि मस्जिद का माहौल आदमी के ईमान को पुख्ता करता है। हमें धर्म के रास्ते पर चलना चाहिए। इससे अल्लाह हमें गुनाहों से दूर रखता है। जितना आदमी ईमान के करीब आएगा। अल्लाह बुरे कामों से दूर रखेगा। उन्होंने दीन और हक के रास्ते पर चलने की बात कही। छोटे बच्चों की तालीम पर भी जोर दिया।
शुक्रवार को फजिर की नमाज के बाद तकरीर और बयानों का दौर जारी है। इन चार दिन में दिल्ली मरकज समेत देश के अलग-अलग हिस्सों से आए उलेमाओं की तकरीरें होंगी।

20 हजार वॉलंटियर्स शामिल
समागम में 20 हजार से अधिक वॉलंटियर्स शामिल हैं। यह वॉलंटियर्स पंडाल में जमातियों की खिदमत के अलावा, खाना-पान, साफ-सफाई, पार्किंग व अन्य व्यवस्थाएं संभाले हैं। बता दें कि इज्तिमा में लाखों लोग शामिल होंगे। 65 पार्किंग बनाई गई हैं। हर पार्किंग में 2 से 5 हजार वाहनों की क्षमता है।
80 फूड जोन, 60 रुपए में भर पेट खाना
यहां करीब 80 फूड जोन बनाए गए हैं। इनमें रियायती दरों पर चाय, नाश्ता, खाना और पीने का पानी उपलब्ध रहेगा। 60 रुपए में भरपेट खाना, 20 रुपए में नाश्ता और 5 रुपए में चाय उपलब्ध होगी। पानी की बॉटल 7 रुपए में मिलेगी।जमातों के आने का सिलसिला देर रात तक चला
देशभर से आई जमातें
गुरुवार से ही जमातों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो चुका था, जो देर रात तक जारी रहा। इस दौरान आंध्र प्रदेश, केरल, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, बरार, नागपुर, गुजरात, मुंबई, महाराष्ट्र, यूपी, बिहार, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, नेपाल, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम, मेवात, राजस्थान, दिल्ली आदि जगह से लोग यहां पहुंचे हैं। इसके अलावा, प्रदेश के विभिन्न जिलों से आने वाली जमातों के लिए ए, बी, सी, ई, एच, आई आदि ब्लॉक बनाए गए हैं।

इनमें उज्जैन, राजगढ़, शाजापुर, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, देवास, महू, आगर मालवा, रतलाम, झाबुआ, धार, मंदसौर, नीमच, इंदौर, सीहोर, सिरोंज, विदिशा, शिवपुरी, श्योपुर कलां, रायसेन, ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, होशंगाबाद, हरदा, गुना, अशोकनगर, सागर, दमोह, छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली, सिवनी, शहडोल, बैतूल, छिंदवाड़ा, जबलपुर, बालाघाट, कटनी, नरसिंहपुर आदि जिलों के लिए इंतजाम किए गए हैं।
विदेशी जमातें भी पहुंचेंगी
आलमी तब्लीगी इज्तिमा में दुनियाभर की जमातें शामिल होती हैं। इनमें इंडोनेशिया, मलेशिया, बांग्लादेश, साउथ अफ्रीका, जॉर्डन, अफगानिस्तान, कनाडा, अमेरिका आदि देश शामिल होते हैं। वहीं, पाकिस्तान से बिगड़े ताल्लुकात के चलते पिछले कई साल से यहां की जमातों पर पाबंदी लगा दी गई है।
इज्तिमागाह में व्यवस्थाएं
- 20 हजार से अधिक लोग कर रहे खिदमत।
- रोजाना सुबह 6 बजे से शुरू हो जाएंगी तकरीरें, जो ईशा की नमाज तक चलेंगी।
- करीब 14 देशों से आज पहुंचेंगी जमातें।
- नहाने और वजू के लिए गर्म पानी, 2000 लीटर पानी की 8 टंकियों में गर्म पानी मिलेगी।
- रात को ईशा की नमाज से सुबह फजिर की नमाज तक लोगों को मुफ्त में चाय और अंडा उपलब्ध कराया जाएगा।
- 300 एकड़ से ज्यादा एरिया में बड़े-बड़े पंडाल बनाए गए हैं, जहां जमातें रुकेंगी।
- बारिश से बचने के लिए टेंट को वाटर प्रूफ किया जा रहा है। वहीं, ठंड से राहत पाने के लिए अलाव भी जलेंगे।
- 10 फायर ब्रिगेड, 6 फायर बुलेट 24 घंटे तैनात रहेंगी। वहीं, 50 से ज्यादा फायरकर्मी तैनात रहेंगे।
भोपाल में इज्तिमा शुरू होने की कहानी
इज्तिमा अरबी भाषा का शब्द है। इसका मतलब कई लोगों का एक जगह पर इकट्ठा होना है। भोपाल में इज्तिमा की शुरुआत 1947 में मस्जिद शकूर खां में महज 12 या 14 लोगों के साथ की गई थी। इसके 2 साल बाद इसे ताजुल मस्जिद में किया जाने लगा। जब इसमें आने वाले लोगों की संख्या लाखों में होने लगी। मस्जिद कैम्पस छोटा लगने लगा। फिर इसे साल 2015 में बैरसिया रोड स्थित ईंटखेड़ी के पास घासीपुरा में शिफ्ट कर दिया गया। इसके लिए 2 महीने पहले से तैयारियां शुरू कर दी जाती हैं।