शिवपुरी में कार जलाई-तोड़फोड़, तीन की मौत: एक पक्ष ने दूसरे पक्ष को जिंदा जलाने की कोशिश की
शिवपुरी। शिवपुरी में दो पक्षों में विवाद के बाद कार में आग लगा दी गई। तोड़फोड़ और जानलेवा हमले में तीन लोगों की मौत हो गई। मामला नरवर थाना क्षेत्र के चकरामपुर गांव में शुक्रवार रात का है। घायलों को ग्वालियर के JAH अस्पताल में भर्ती कराया है। नरवर पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ बलवा समेत हत्या के प्रयास की धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इधर, दूसरे दिन यानी शनिवार को एक परिवार के परिजनों ने नरवर थाने के सामने चक्का जाम कर दिया।
गौरतलब है कि इसी साल गणेश विसर्जन के दौरान भी दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ था। उस समय एक पक्ष का युवक गोली लगने से घायल हो गया था। तभी से कुशवाह और भदौरिया परिवार के बीच रंजिश चली आ रही हैं।
कार में जिंदा जलाने की कोशिश की
चकरामपुर के मुन्ना भदौरिया के परिवार और वीर सिंह कुशवाह के परिवार के सदस्यों के बीच शुक्रवार शाम विवाद हुआ। इसके बाद मुन्ना भदौरिया के परिवार के सदस्य बोलेरो में सवार होकर कहीं से आ रहे थे। इसी दौरान दूसरे पक्ष के लोगों ने बोलेरो में तोड़फोड़ कर उसमें आग लगा दी। इस विवाद में फायरिंग भी हुई ।
विवाद में मुन्ना भदौरिया, उसकी पत्नी आशा देवी (55), भाई लक्ष्मण और आशा देवी का भतीजा हिमांशु सेंगर गोली लगने से घायल हो गए। वहीं, मुन्ना भदौरिया के दोनों बेटे राजेंद्र और भोला भी घायल हुए थे। सभी घायलों को पहले नरवर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। वहां से उन्हें ग्वालियर रेफर कर दिया गया।
इधर, ग्वालियर में इलाज के दौरान आशादेवी, भतीजा हिमांशु सेंगर (20) और लक्ष्मण भदौरिया (40) की मौत हो गई। बताया गया है कि दूसरे पक्ष के वीर सिंह कुशवाह सहित अन्य सदस्यों का इलाज जारी है।
भाई दूज पर छतरपुर से बुआ के घर आया था भतीजा
छतरपुर का हिमांशु सेंगर (20) अपनी बुआ आशा देवी के यहां भाई दूज के लिए आया था। तब से वह यहीं रुका था, लेकिन 2 परिवारों के विवाद में उसकी मौत हो गई।
एसपी रघुवंश सिंह भदौरिया ने बताया कि पूर्व में चली आ रही रंजिश के चलते दोनों पक्षों में पहले विवाद हुआ। इसके बाद कार में आगजनी और पथराव हुआ था। इसमें एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत हो गई है।