विदिशा मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में MBBS की छात्रा ने की खुदकुशी, पापा से कहा था- पढ़ाई का प्रेशर है
विदिशा। विदिशा के अटल विहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज की MBBS सेकंड ईयर की छात्रा ने फांसी लगा ली। वह हॉस्टल के कमरे में पंखे पर लटकी मिली। छात्रा धार जिले के मनावर की रहने वाली थी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। घटना स्थल से सुसाइड नोट नहीं मिला है। घटना शनिवार दोपहर की है। पता चला है कि वह पढ़ाई को लेकर दबाव में थी। घटना से पहले उसने अपने पापा से फोन पर बात भी की थी। इसमें उसने कहा था कि मैं जो भी याद करती हूं, भूल जाती हूं। आपका पैसा बर्बाद हो जाएगा।
छात्रा का नाम अरुणा अवासे (19) था। वह मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल नंबर 9 के रूम नंबर 603 में रहती थी। उसके साथ दो और छात्राएं भी रहती थीं। घटना के समय एक छात्रा भोपाल गई थी, जबकि दूसरी लाइब्रेरी में थी। इसी दौरान अरुणा ने दुपट्टे से पंखे पर लटककर जान दे दी।
रूम पार्टनर लौटी तो दरवाजा बंद मिला
कोतवाली थाना प्रभारी आशुतोष सिंह ने बताया कि दोपहर में अरुणा की रूम पार्टनर लौटी, तो दरवाजा बंद था। उसने आवाज लगाई, इसके बाद भी दरवाजा नहीं खोला। छात्रा ने हॉस्टल वार्डन को जानकारी दी। इसके बाद दरवाजा तोड़ा गया। अंदर देखा तो अरुणा फंदे पर लटकी मिली। उसे मेडिकल कॉलेज के अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया गया। रविवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिया गया।
पापा से फोन पर कहा था- जो कुछ याद करती हूं भूल जाती हूं
पुलिस की जांच में पता चला है कि लड़की ने घटना से पहले अपने पिता से बात की थी। इसमें उसने कहा था कि मैं पढ़ाई को लेकर बहुत प्रेशर में हूं। परीक्षा नजदीक आ रही हैं। जो कुछ भी याद करती हूं। भूल जाती हूं। फेल हो गई, तो आपका पूरा पैसा बर्बाद हो जाएगा। इसके बाद पिता ने उसे सांत्वना दी थी। कहा- तू चिंता मत कर। मैं दो तीन दिन में मिलने आ रहा हूं।
बताया जा रहा है कि पढ़ाई को लेकर अन्य छात्राएं भी दबाव में हैं। छात्राओं ने बताया कि अरुणा भी पढ़ाई को लेकर डिप्रेशन में थी।