नर्मदा घाट पर गैर हिंदुओं की एंट्री नहीं, हिंदू संगठनों ने लगाए पोस्टर; दो दिन पहले लहराए थे हरे झंडे और तलवारें
नर्मदापुरम। नर्मदापुरम में नर्मदा नदी के सेठानी घाट पर गैर हिंदुओं की एंट्री पर रोक लगा दी गई। हिंदू संगठनों ने बुधवार को वहां पोस्टर भी लगाए। हालांकि पुलिस ने गुरुवार को सभी पोस्टर को हटा दिया। इनमें लिखा था- यह क्षेत्र केवल सनातनियों एवं सनातन धर्म संबंधित शुभ कार्यों हेतु संरक्षित है। अन्य समुदाय (गैर हिंदू) का यहां प्रवेश वर्जित है।
दरअसल, दो दिन पहले सेठानी घाट का वीडियो सामने आया था। वीडियो में कुछ लोग हरे झंडे और तलवारें लहराते नजर आ रहे थे। धार्मिक नारे भी लगा रहे हैं। लोग ताजियों के अखाड़े की चौकी समेत अन्य सामान धोने के लिए यहां जुटे थे।
हिंदू संगठनों ने बुधवार दोपहर 12 बजे पीपल चौक पर विरोध जताया। जय श्रीराम के नारे लगाते हुए सड़क पर बैठ गए। हनुमान चालीसा का पाठ किया। करीब एक घंटे तक चक्काजाम की स्थिति रही। इससे रूट डायवर्ट करना पड़ा।
शहर काजी बोले- लोगों की भावना को ठेस पहुंचाना उद्देश्य नहीं
शहर काजी अशफाक अली ने कहा कि ये अखाड़ा और अलम निकाला गया था। चौकी होती है, इसे घाट पर धोने के लिए ले जाया जाता है। हर धर्म में कुछ रीति-रिवाज रहते हैं। इसका उद्देश्य गलत नहीं रहता। इसका उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं है। आपस में एका बना रहे, देश तरक्की करे, प्यार, मोहब्बत और भाईचारा बना रहे, यही उद्देश्य है।

पंडित बोले- सौहार्द्र बिगाड़ने की कोशिश निंदनीय
सेठानी घाट के पंडितों का कहना है कि पोस्टर लगाने वाले हिंदू संगठन या और लोग भी हो सकते हैं, मुझे नहीं पता। घटना निंदनीय और अशोभनीय है। मुस्लिम समाज के लोगों ने एक से डेढ़ घंटे नारेबाजी की। मोहर्रम करिए, हमेशा से हो रहा है और सौहार्द्र रहता है। अब सौहार्द्र बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। मैं इसका विरोध करता हूं।
आखिर कैसे शुरू हुआ विवाद
मोहर्रम पर ताजिये निकाले जाते हैं। इसे निकालने के लिए इस्तेमाल में आने वाले सामान को हर साल चार-पांच लोग नर्मदा में जाकर धोते हैं। बताया जा रहा है कि इस साल मंगलवार रात 100 से ज्यादा लोग पहुंचे। कुछ लोगों ने धार्मिक नारेबाजी करते हुए हथियार लहराए। इसका वीडियो सामने आने के बाद हिंदू संगठन ने विरोध जताया।
6 लोगों पर कार्रवाई
एसडीओपी पराग सैनी ने बताया कि इस मामले में छह लोगों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है। शहर का माहौल खराब नहीं होने दिया जाएगा। अगर कोई ऐसा करता है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।