भूतपूर्व सैनिकों, दिवंगत की पत्नियों को मिलेगी 15 हजार रुपए सम्मान निधि, गृहमंत्री बोले- उम्रकैद वाले 182 कैदी भी रिहा होंगे
भोपाल। द्वितीय विश्वयुद्ध के भूतपूर्व सैनिकों और इसमें हिस्सा लेने वाले दिवंगत सैनिकों की पत्नियों की सम्मान निधि में इजाफा होगा उन्हें अब 15 हजार रुपए प्रतिमाह सम्मान निधि दी जाएगी। गृहमंत्री एवं जेल मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि 15 अगस्त को उम्रकैद काट रहे 182 कैदियों को भी रिहा किया जाएगा। गौरतलब है कि भूतपूर्व सैनिकों और दिवंगत सैनिकों की पत्नियों को आठ हजर रुपए सम्मान निधि मिल रही है।
वर्तमान में मध्यप्रदेश में द्वितीय विश्व युद्ध में भाग लेने भूतपूर्व सैनिक और उनकी पत्नियों की संख्या 112 है। इनमें 2 भूतपूर्व सैनिक हैं। 2 भूतपूर्व सैनिकों की पत्नियां हैं।
भोपाल में अपने आवास पर मंगलवार को गृहमंत्री ने मीडिया से चर्चा की। गृहमंत्री ने बताया कि जिन बंदियों की सजा में अपील लंबित है, तो ऐसे केस में निराकरण के बाद ही बंदियों की रिहाई हो सकेगी, जिन्हें जुर्माने से दंडित किया गया है, राशि भरने के बाद ही रिहाई संभव होगी। दूसरे केस में भी सजा हुई है, तो उस केस की सजा पूरी होने पर रिहाई होगी। जिन्हें दूसरे केस में जमानत नहीं मिली, उन्हें विचाराधीन बंदी के रूप में रोका जाएगा, सजायाफ्ता के रूप में नहीं। किसी दूसरे राज्य के केस में दंडित किया गया है, तो वहां के राज्य में स्थानांतरित किया जाएगा।
रेप के अपराधी नहीं होंगे रिहा
गृह एवं जेल मंत्री ने कहा कि पहले उम्रकैद वाले कैदी साल में दो बार रिहा किए जाते थे। इसमें सुधार किया गया है। अब साल में चार बार कैदी रिहा किए जाने लगे हैं। गांधी जयंती और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती भी इसमें पिछले साल से बढ़ाई गई है। इसके अतिरिक्त 15 गैर आजीवन कारावास बंदियों को भी इसमें छूट दी जा रही है। गृहमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि रेप के अपराधियों की रिहाई नहीं की जाएगी।
BJP सेवा की राजनीति करती है, कांग्रेस वोट की
नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ‘कभी ऐसा मौका नहीं आया, जब उन्होंने (कांग्रेस) हमारी तारीफ की हो। हमें कांग्रेस से तारीफ की उम्मीद नहीं है और हम उनकी तारीफ चाहते भी नहीं। वे (कांग्रेस) जनजाति और दलित की बात करते हैं। डेढ़ साल पहले अमित शाह जबलपुर आए थे। साल भर पहले प्रधानमंत्री यहां आए थे। टंट्या भील से लेकर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन तक का नामकरण किया गया। हम उनके मान और सम्मान के लिए काम करते हैं, जबकि कांग्रेस वोट के लिए काम करती है। भारतीय जनता पार्टी का नीति और सिद्धांत अलग है। सेवा और विकास का भाव है।
सहारा इंडिया से पैसे वापस लेने के लिए कराएं रजिस्ट्रेशन
सहारा इंडिया कंपनी में निवेशकों की जमापूंजी वापसी को लेकर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सहारा रिफंड पोर्टल लॉन्च किया है। जिनकी राशि की अवधि पूरी हो चुकी है, उन निवेशकों के पैसे वापस करने के लिए इस संबंध में जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध है। मध्यप्रदेश के जो भी निवेशक हैं, वे डिटेल भरकर जमा करें। सहारा इंडिया में जमापूंजी वापसी का फैसला सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिया है।