ऑनलाइन सट्टे के लिए स्टूडेंट्स के नाम पर खोले फर्जी अकाउंट, 50 करोड़ का ट्रांजेक्शन, 10 लाख नकदी के साथ 4 गिरफ्तार
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में ऑनलाइन सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बिलासपुर के मोबाइल दुकान संचालक समेत चार आरोपियों को पकड़ा है। पकड़े गए आरोपी बैंक कर्मचारियों से मिलकर ट्रेडिंग के बहाने अकाउंट खुलवाते थे, जिसका उपयोग सट्टे के लिए लेनदेन में किया जाता था। पुलिस ने 275 बैंक अकाउंट को होल्ड करा कर करीब 12 करोड़ 30 लाख रुपए को सीज कराया है। आरोपियों के पास से 10 लाख रुपए कैश, 30 मोबाइल, 10 लैपटॉप और 10 ATM कार्ड बरामद मिले हैं।
SP संतोष कुमार सिंह ने बताया कि तारबाहर थाने में ऑनलाइन सट्टे के केस में FIR किया गया है। इसमें करीब दर्जन भर स्टूडेंट से ट्रेडिंग के नाम पर फर्जी बैंक अकाउंट खोले गए। उसमें करीब 50 करोड़ से अधिक का लेनदेन किया गया। आरोपियों के नाम सार्थक, कार्तिक विश्वकर्मा, क्षितिज भारद्वाज, रजत जैन और बॉबी जाधव हैं। इनमें बॉबी जाधव मोबाइल दुकान संचालक है। व सार्थक बैंक कर्मचारी है, जो फरार है।
आरोपियों ने स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाले जान पहचान के स्टूडेंट्स को शेयर ट्रेंडिंग और कमीशन देने का लालच देकर फर्जी खाता खुलवाया था। बैंक में पैसों के ट्रांजेक्शन में इस्तेमाल होने वाले आईडी पासवर्ड, UPID, कार्ड उपलब्ध कराने का काम करते थे।
बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत
तारबाहर TI मनोज नायक ने बताया कि बैंक खाता खोलने में यस बैंक, एक्सिस बैंक, ICICI, HDFC, IDFC के कर्मचारियों की साठगांठ से घोटाले को अंजाम दिया गया है। बैंक खाता में जो मोबाइल नंबर रजिस्टर है, वह खाताधारकों के नहीं है। क्षितिज के कहने पर फर्जी मोबाइल नंबर को खाता में रजिस्टर कर दिया गया, जिससे ऑनलाइन बैंकिंग और UPI ट्रांजेक्शन में सट्टा खिलाने वालों को रकम लेन-देन करने में दिक्कत नहीं होती थी। इस केस में बैंक कर्मचारी फरार हैं, जिसकी तलाश की जा रही है।

मोबाइल दुकान संचालक भी गिरफ्तार
जांच में पता चला कि जहां मोबाइल सिम बेचे जाते हैं, उन दुकानों में सिम अपडेट करते समय एक बार के बजाय दोबारा फिंगरप्रिंट स्कैन कर लिया गया। दो बार फोटो खींचकर फर्जी सिम चालू कर ली गई। उस सिम कार्ड को महंगे दामों पर ऑनलाइन बेटिंग सट्टा खिलाने वालों को बेचते थे। पुलिस ने राजीव प्लाजा स्थित फास्ट फारवर्ड मोबाइल शॉप के संचालक बॉबी जाधव को गिरफ्तार किया है।
ऑनलाइन सट्टेबाजों का बेंगलुरू कनेक्शन
सिविल लाइन CSP संदीप पटेल ने बताया कि जांच के दौरान बैंक से जानकारी लेकर पुलिस ने जब सरकंडा के क्षितिज भारद्वाज से पूछताछ की, तब बैंक कर्मी सार्थक का नाम सामने आया। सार्थक अभी फरार है। वहीं, गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ के बाद उनका बेंगलुरू कनेक्शन का पता चला।
बेंगलुरू में बैठकर रजत जैन पिता अमरचंद जैन (27) बैंक के अकाउंट को यूपीआई आईडी के जरिए ऑपरेटर कर पैसों की लेनदेन करता था। इस मामले में सट्टेबाजों के साथ काम करने वाले सरकंडा के कार्तिक विश्वकर्मा पिता जगदीश विश्वकर्मा (19) और मोबाइल दुकान संचालक बॉबी जाधव पिता तोरन जाधव (28) को गिरफ्तार किया है।
600 VIP नंबर्स कराया जाएगा डी-एक्टिवेट
पुलिस ने जांच के बाद फर्जी बैंक अकाउंट से लिंक तकरीबन 600 मोबाइल नंबर की पहचान की है, जिसमें सट्टा ऐप के लिए पैसों का लेनदेन किया जाता है। सट्टेबाज VIP मोबाइल नंबर लेकर अलग-अलग जगहों से अकाउंट को उपयोग करते हैं। पुलिस अफसरों ने बताया कि ऐसे सभी VIP मोबाइल नंबर्स को डी-एक्टिवेट कराया जाएगा।