जबलपुर में ट्रैक्टर चलाकर मंडप में दुल्हन की एंट्री, वर पक्ष बोला-बहू नहीं, बेटी घर आई है
जबलपुर। आमतौर पर दुल्हन मंडल में वरमाला लेकर शरमाते और सकुचाते हुए धीरे-धीरे कदमों से आती हैं, लेकिन जबलपुर में दुल्हन की धमाकेदार एंट्री ने सबको हैरान कर दिया। यहां ट्रैक्टर की सीट पर बैठकर दुल्हन के मेहंदी लगे हाथों से आतिशबाजी। दूसरे हाथ में ट्रैक्टर का स्टीयरिंग…। ऐसा ही नजारा था शिवानी और अखिल के विवाह का। पटेल परिवार ने कहा-हमारे घर बहू नहीं, बेटी आई है। दरअसल, मंगलवार को जमुनिया गांव के रहने वाले अखिल पटेल का विवाह दमोह की शिवानी के साथ हुआ था।
बेटियों को बढ़ावा देना चाहिए
दूल्हा अखिल पटले के बड़े भाई अविनाश पटेल ने बताया कि हमें पता था कि बहू शिवानी को ट्रैक्टर चलाना आता है। हम भी चाहते हैं कि खेती किसानी में बेटियों को जितना ज्यादा बढ़ावा दिया जा सके, उतना देना चाहिए। यही वजह थी कि जिस मैरिज गार्डन में शादी था, वहां से लेकर जयमाला स्टेज तक आधा किलोमीटर था शिवानी ट्रैक्टर चलाते हुए आई। अविनाश पटेल का कहना है कि हम लोगों का व्यवसाय खेती किसानी हैं। परिवार में बेटियां भी बराबर से हाथ बंटाती हैं।

आधा किलोमीटर चलाया ट्रैक्टर
मंगलवार रात जब मैरिज गार्डन से जयमाला स्टेज तक करीब आधा किलोमीटर तक दुल्हन के जोड़े में जिसने भी बहू शिवानी को देखा, देखता रह गया। शिवानी ने भी ससुराल में बता दिया था कि वह ट्रैक्टर चलाना जानती है। शादी के बाद वह पति के हर काम में साथ देगी चाहे फिर वह खेती किसानी हो या फिर घर का काम।
खेती के साथ प्रायवेट जॉब करता है अखिल
पाटन विधानसभा के जमुनिया गांव में रहने वाले अखिल पटेल जबलपुर में बन रहे फ्लाई ओवर ब्रिज की कंपनी में काम करते हैं। साथ ही, जमुनिया में खेती का काम भी देखते हैं। वहीं, दमोह जिले की रहने वाली शिवानी BA किया हे। घर में भी वह खेती किसानी में पिता का हाथ बंटाती थीं।
अखिल के बड़े भाई का कहना है कि ट्रैक्टर किसान का प्रिय वाहन होता है। यही वजह है कि वर माला स्टेज पर जब हमने हटकर कांसेप्ट करने की बात रखी, तो शिवानी भी तैयार हो गई। लिहाजा, सभी की रजामंदी से वरमाला स्टेज तक शिवानी ट्रैक्टर चलाते हुए पहुंची।