Sunday, July 27, 2025
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उज्जैन के नागदा हनुमान मंदिर में मर्यादित कपड़े पहनने पर मिलेगी एंट्री, लिखा- मंदिर में जींस, स्कर्ट, हाफ पैंट पहनकर आना मना है 

उज्जैन। उज्जैन के नागदा में स्थित खड़े हनुमान मंदिर में मर्यादित कपड़े पहनकर आने पर ही एंट्री दी जाएगी। इस संबंध में मंदिर के बाहर पोस्टर लगाया गया है। इसमें लिखा है कि छोटे वस्त्र, हाफ पैंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, कटी-फटी जीन्स आदि ऐसे कपड़े पहनकर आने वालों को एंट्री नहीं मिलेगी। ऐसे लोग मंदिर के बाहर से ही दर्शन कर सकेंगे। इससे पहले, अशोकनगर, भोपाल के मंदिर में ड्रेस कोड लागू किया गया था।

नागदा के खड़े हनुमान मंदिर में सोमवार सुबह जब श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे, तो मंदिर गेट के पास पोस्टर लटका दिखा।

पहले पढ़िए, क्या लिखा है पोस्टर पर

सभी महिलाओं एवं पुरुषों से निवेदन है कि मर्यादित वस्त्र पहनकर ही मंदिर में प्रवेश करें। छोटे वस्त्र, हाफ पैंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, कटी-फटी जीन्स आदि ऐसे कपड़े पहनकर आने पर बाहर से ही दर्शन कर सहयोग करें। 

  • भारतीय संस्कृति का पालन करते हुए सात्विक वस्त्र में ही प्रवेश करें। 

हालांकि पोस्टर में प्रवेश पर प्रतिबंध की बात नहीं कही गई है। पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मंदिर के पुजारी पवन ने बताया कि खड़े हनुमान का प्राचीन मंदिर है। पोस्टर लगाने के पीछे का उद्देश्य यही है कि जो नए भक्त आते हैं, वो मर्यादा का ख्याल रखें। मंदिर में आने वाली युवा पीढ़ी को मोटिवेशन मिले।

भोपाल में दो मंदिरों में ड्रेस कोड

बता दें कि महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के कई मंदिरों में ड्रेस कोड लागू है। इसके बाद अशोकनगर स्थित बालाजी मंदिर में कुछ दिन पहले ड्रेस कोड लागू किया गया। इसके बाद भोपाल के मां वैष्णो धाम आदर्श नव दुर्गा मंदिर में ड्रेस कोड लागू कर दिया गया था। वहीं, मंगलवार को मंगलवारा स्थित जैन मंदिर में ड्रेस कोड लागू हो गया।

संस्कृति बचाओ मंच ने मंदिरों में लगाए बोर्ड

इधर, संस्कृति बचाओ मंच ने भोपाल के अन्य मंदिरों में भी बोर्ड लगाए हैं। इन बोर्ड में शालीन और मर्यादित कपड़े पहनकर ही मंदिरों में प्रवेश किए जाने की बात लिखी गई है। न्यू मार्केट स्थित खेड़ापति हनुमान मंदिर और अवंतिबाई चौराहा स्थित प्राचीन माता मंदिर में बोर्ड लगाकर श्रद्धालुओं से अपील की गई है। मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि भोपाल के सभी मंदिरों में ड्रेस कोड लागू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए बोर्ड भी लगाए जा रहे हैं।

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