सतपुड़ा डैम के 7 और कोलार के दो गेट खुले, उज्जैन में शिप्रा नदी भी उफान पर, निचले इलाकों में पानी भरा

मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश में कई जिलों में रविवार सुबह से बारिश हो रही है। भोपाल में दिनभर से रुक-रुक कर धीमी और तेज बारिश हो रही है। कोलार डैम के 8 में से दो गेट 20 से 40 सेंटीमीटर खाेले गए हैं। डैम का जलस्तर बढ़कर 458.70 मीटर हो गया है। वहीं, बैतूल के सारणी स्थित सतपुड़ा बांध के 14 में से 7 गेट 4-4 फीट तक खोले गए हैं। राजगढ़ के मोहनपुरा डैम के भी 4 गेट खोले गए हैं।
उज्जैन में लगातार बारिश से शिप्रा नदी भी उफान पर है। इससे एटलस चौराहा, केडी गेट, बहादुर गंज जैसे इलाकों में मकान और सड़कों पर पानी भरा है।
सीनियर मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश ने बताया कि 29-30 जुलाई को तेज बारिश का दौर थम जाएगा, लेकिन 31 जुलाई से फिर स्ट्रॉन्ग सिस्टम की एक्टिविटी शुरू होगी।
रायसेन में बिजली गिरने से युवक की मौत
रायसेन के बरेली में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से युवक की मौत हो गई। जामगढ़ में रविवार को मोहन शर्मा (24) खेत में मजदूरों से धान लगवा रहा था। वह खेत की मेड़ पर खड़ा था। इसी दौरान वह आकाशीय बिजली की चपेट में आ गया।
7 gates of Satpura Dam and two gates of Kolar opened

प्रदेश में अब तक 16.5 इंच बारिश
प्रदेश में अब तक सीजन की 103% बारिश हो चुकी है। 16 इंच के मुकाबले 16.5 इंच यानी 0.5 इंच ज्यादा पानी गिर चुका है। यह औसत बारिश से 3% ज्यादा है। इससे, छोटी नदियां उफान पर हैं। बड़ी नदियों और बांधों में लगातार वाॅटर लेवल बढ़ रहा है।
31 जुलाई से एक और सिस्टम एक्टिव
भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि मानसून ट्रफ लाइन ग्वालियर से सीधी होकर जा रही है, जो आगे लो प्रेशर एरिया में मर्ज हो रही है। बंगाल के ऊपर एक लो प्रेशर भी एक्टिव है। आने वाले दिनों में यह आगे बढ़ेगा। मध्य भारत से जैसे ही यह गुजरेगा, मध्यप्रदेश में बारिश का दौर बनेगा।
7 gates of Satpura Dam and two gates of Kolar opened
एक अन्य ट्रफ लाइन भी है, जिसकी एक्टिविटी 31 जुलाई से देखने को मिल सकती है। स्ट्रॉन्ग सिस्टम की वजह से प्रदेश में फिर भारी बारिश होगी। 29-30 जुलाई को तेज बारिश का अलर्ट नहीं है।’

जबलपुर संभाग में सबसे ज्यादा पानी गिरा
प्रदेश के पश्चिमी हिस्से भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल संभाग में एवरेज से 6% ज्यादा पानी गिर चुका है, जबकि पूर्वी हिस्से- रीवा, सागर, जबलपुर और शहडोल संभाग में 1% कम बारिश हुई है।
हालांकि, जबलपुर संभाग के जिले- सिवनी, डिंडौरी, छिंदवाड़ा, मंडला और बालाघाट में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। बारिश के मामले में भोपाल संभाग भी आगे है।
7 gates of Satpura Dam and two gates of Kolar opened

इंदिरा सागर डैम में 24 घंटे में 3 फीट जलस्तर बढ़ा
पिछले 11 दिन से लगातार हो रही बारिश से डैम और तालाबों में भी जलस्तर बढ़ा है। पिछले 24 घंटे में इंदिरा सागर डैम में तीन फीट पानी की बढ़ोतरी हुई है। बरगी और गोपीकृष्ण डैम में भी पानी बढ़ रहा है।
भोपाल का बड़ा तालाब अब करीब दो फीट ही खाली है। शहडोल के बाणसागर, नर्मदापुरम के तवा डैम, भोपाल के कलियासोत, राजगढ़ के मोहनपुरा और कुंडालिया डैम में भी पानी बढ़ा है।
सीहोर जिले के बुधनी मिड घाट के पास प्राकृतिक झरने देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। वहां सुरक्षा के उपाय भी नहीं है।
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