BJP से नाराज नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी 4 नेताओं को, एक हफ्ते में तीन-तीन सौ असंतुष्टों से मिलेंगे
भोपाल। भाजपा में नाराज नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी चार सीनियर नेताओं को सौंपी गई है। भोपाल में सीएम हाउस में गुरुवार देर रात हुई मध्यप्रदेश बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक में बची 94 विधानसभा सीटों के लिए नामों पर भी चर्चा हुई। साथ ही, पीएम मोदी, अमित शाह समेत बड़े केंद्रीय नेताओं के चुनावी दौरे और सभाएं कराने पर भी चर्चा हुई।
बैठक में मध्यप्रदेश बीजेपी चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानन्द शर्मा मौजूद रहे।
बीजेपी चार बार में कुल 136 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। अब 94 सीटों पर प्रत्याशी घोषित होने हैं। इनमें 67 बीजेपी विधायकों के साथ ही सपा, बसपा और एक निर्दलीय विधायक की सीट पर चेहरा तय होना है। 24 हारी हुई सीटों पर भी प्रत्याशी तय होने हैं।
नाराज होकर घर बैठे वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं को मनाने की जिम्मेदारी प्रह्लाद पटेल, नरेन्द्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय और ज्योतिरादित्य सिंधिया संभालेंगे। एक नेता हफ्ते भर में तीन सौ पुराने कार्यकर्ताओं से चर्चा करेगा। कुछ वरिष्ठ नेताओं के घर पार्टी के सीनियर लीडर जाएंगे और कुछ कार्यकर्ताओं से फोन पर बात करेंगे।
केन्द्रीय नेताओं के दौरे और सभाओं को लेकर प्लान
बैठक में नेताओं से अलग-अलग इलाकों में केन्द्र के नेताओं की सभाओं को लेकर भी चर्चा की गई। क्षेत्रवार समीकरण के हिसाब से पीएम मोदी, केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के चुनावी दौरे, सभाएं कराने पर चर्चा हुई।
बयानबाजी नहीं करें, खुद केंद्रीय नेतृत्व करेगा बात
बीजेपी खेमे में सीएम के फेस और मुख्यमंत्री की रेस में शामिल होने को लेकर दिए जा रहे बयानों को भी केन्द्रीय नेतृत्व ने गंभीरता से लिया है। कैलाश विजयवर्गीय, गोपाल भार्गव सहित तमाम नेताओं के बयानों के बाद अब ऐसे बयानों से बचने को कहा गया है। केन्द्रीय नेतृत्व के पदाधिकारी ऐसे बयान देने वाले नेताओं से जल्द चर्चा करेंगे।
4 सूचियों में घोषित उम्मीदवारों की सीटों पर भी बात
बीजेपी की अब तक घोषित की गई चार सूचियों के 136 प्रत्याशियों की सीटों को लेकर भी चर्चा हुई। अलग-अलग इलाकों में हो रहे विरोध को लेकर भी बात की गई। सूत्र बताते हैं कि टिकट बंटने के बाद भी पार्टी ने इन सीटों पर सर्वे कराया है। जहां विरोध के कारण निगेटिव फीडबैक मिलता है, वहां प्रदेश इकाई से केन्द्र को फीडबैक रिपोर्ट भेजी जाएगी। इसके बाद केन्द्रीय नेतृत्व ज्यादा निगेटिव फीडबैक वाली एक-दो सीटों पर चेहरे बदलने पर विचार कर सकता है।
बड़े नेताओं के बजाय कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ाने का सुझाव
बैठक में बची हुई 94 विधानसभा सीटों के लिए नामों पर चर्चा के दौरान बड़े नेताओं को टिकट पर बात हुई। सूत्रों के मुताबिक ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि अगर सभी लोग चुनाव लड़ेंगे, तो प्रचार कौन करेगा। कार्यकर्ताओं को मौका दिया जाना चाहिए। हालांकि, उनके दिल्ली कार्यालय से जारी बयान में ऐसी किसी भी चर्चा से मना किया गया है।
दूसरे दल छोड़कर आए तीन विधायकों की सीटों पर भी मंथन
बीएसपी से आए भिंड के विधायक संजीव सिंह कुशवाह, समाजवादी पार्टी से छतरपुर जिले की बिजावर सीट से विधायक बने राजेश शुक्ला “बबलू” और आगर जिले की सुसनेर सीट से निर्दलीय चुनाव जीते राणा विक्रम सिंह बीजेपी में शामिल हो गए थे। इन तीनों सीटों पर भी बीजेपी को उम्मीदवार तय करने हैं। इन सीटों पर बीजेपी में शामिल हुए विधायकों के अलावा बीजेपी के पुराने कार्यकर्ता दावेदारी कर रहे हैं। भिंड में पूर्व विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह, बिजावर से पूर्व विधायक रेखा यादव, पुष्पेन्द्र नाथ पाठक दावेदारी कर रहे हैं। और निर्दलीय विधायक राणा विक्रम सिंह की सीट सुसनेर पर पूर्व विधायक संतोष जोशी ने दावा ठोक रखा है।