कांग्रेस MLA जीतू पटवारी समेत 4 को एक साल की सजा, मिली जमानत; 14 साल पहले राजगढ़ में शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला
भोपाल। कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी समेत 4 लोगों को एक साल की सजा सुनाई गई है। एमपी-एमएलए कोर्ट ने राजगढ़ में साल 2009 के मामले में ये फैसला सुनाया है। इन पर 10-10 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है।
पटवारी समेत 17 लोगों के खिलाफ साल 2009 में राजगढ़ में बलवा समेत शासकीय कार्य में बाधा डालने का केस दर्ज किया गया है। इन पर आईपीसी की धारा 148, 294, 353, 332, 332/149, 323, 323/149 , 506(2), 336, 427 और प्रिवेंशन ऑफ डैमेज टू पब्लिक प्रॉपर्टी एक्ट 1984 के सेक्शन 3 के तहत आरोप लगाए गए थे।
इसी मामले की शनिवार को एमपी एमएलए कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने विधायक जीतू पटवारी, उज्जैन कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र मरमट, घनश्याम वर्मा और पूर्व विधायक राजगढ़ कृष्णमोहन मालवीय को सजा सुनाई है। इस दौरान पटवारी भी कोर्ट में मौजूद रहे। कोर्ट ने बाकी 14 आरोपियों को नोटिस जारी किया है। ये लोग उपस्थित नहीं हुए थे।
विधायक पटवारी के वकील अजय गुप्ता ने कहा, ‘इस फैसले से जीतू पटवारी की विधायकी पर असर नहीं पड़ेगा। अपर कोर्ट में अपील भी करेंगे। ‘
किसानों के आंदोलन के दौरान दिग्विजय भी हुए थे घायल
कांग्रेस ने राजगढ़ में 2009 में किसानों को लेकर सरकार के खिलाफ आंदोलन किया था। इसका नेतृत्व पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह कर रहे थे। कांग्रेस नेता कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन देने जा रहे थे। इसी दौरान किसी ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। घटना बलवा में बदल गई थी। दिग्विजय सिंह को भी चोट आई थी।
पटवारी बोले- लड़ाई जारी रहेगी
जीतू पटवारी ने कहा कि सीएम ने किसानों की दोगुनी आय का वादा किया था, वो आज तक नहीं हुई। जब तक गेहूं का दाम तीन हजार रुपए प्रति क्विंटल नहीं होता, लड़ाई जारी रहेगी। ये मामला भी किसानों की लड़ाई का है। जो भी सजा देना चाहे दे दो, जेल भेजना चाहो भेज दो, फांसी पर लटका दो, लेकिन किसानों के हक की लड़ाई चलती रहेगी।
सरकार से कफन बांधकर लड़ना होगा
उन्होंने कहा कि मुझे खुशी होती कि इससे बड़ी सजा मिलती और तीन हजार रुपए क्विंटल गेहूं का दाम होता। संघर्ष जारी है। लड़ाई जारी है और जारी रहेगी। अगर इस सरकार से लड़ना है, तो कफन बांधकर लड़ना होगा। विचार बदलना है, तो सरकार से हर स्तर पर लड़ना पड़ेगा। हम सब मिलकर इस लड़ाई को लड़ेंगे और जीतेंगे। हमारी लीगल टीम है, वो हल निकालेगी।