Sunday, July 27, 2025
MP

इंदौर में 35 लोगों ने अपनाया हिंदू धर्म, विहिप ने कहा- खजराना मंदिर में हुई घर वापसी; अफसर बोले- जानकारी नहीं 

35 people adopted Hinduism in Indore, VHP said - homecoming took place in Khajrana temple; Officer said – no information, Indore, Kalluram News, Change Hinduasim, Today Updates, Indore
इस तरह खजराना मंदिर पूजन किया गया।

इंदौर। इंदौर में शुक्रवार को 35 लोगों द्वारा हिंदू धर्म अपनाने का दावा किया गया। इन्हाेंने पहले खजराना मंदिर में पूजा की। विश्व हिंदू परिषद ने इनकी संख्या 35 से अधिक बताई, जबकि प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मौके पर 6 से ज्यादा लोग नहीं थे। प्रशासन ने भी कहा है कि धर्म परिवर्तन संबंधी कार्यक्रम की जानकारी नहीं है।

घूंघट निकाले एक महिला ने मीडिया से सिर्फ यही कहा कि हम मंदिर-मस्जिद जाते हैं। धर्म परिवर्तन नहीं किया।

इधर, विहिप नेता का दावा है कि धर्म परिवर्तन करने वाले लोग कलेक्टोरेट में शपथ पत्र दे रहे हैं। हालांकि, प्रशासन का कहना है कि ऐसे आयोजन की सूचना नहीं है। बता दें कि 2021 में अस्तित्व में आए नए मप्र धार्मिक स्वतंत्रता विधेयक के मुताबिक धर्म परिवर्तन करने के इच्छुक व्यक्ति को 60 दिन पहले सूचना देना जरूरी है।

35 people adopted Hinduism in Indore

मंदिर में पूजा, पुलिसबल भी मौजूद

खजराना मंदिर में पंडितों की टीम ने पूजा-पाठ और हवन करवाया। इसके बाद वैदिक पद्धति से शुद्धिकरण किया गया। मौके पर पुलिस बल भी तैनात रहा, जबकि प्रशासन मंदिर में हुए इसकी सूचना से इनकार करता रहा।

विहिप नेता बोले- लीगल प्रोसेस कर दी

विहिप के प्रशासनिक संपर्क प्रमुख संतोष शर्मा ने बताया कि हिंदू धर्म अपनाने वालों ने कलेक्टोरेट में शपथ पत्र देने की प्रक्रिया की है। हालांकि, वे कोई कागज नहीं दिखा पाए। लीगल प्रोसेस करने वाले एडवोकेट अनिल नायडू और राहुल राठौर ने इसकी पुष्टि की है। कहा कि ये सभी लोग विश्व हिंदू परिषद मालवा प्रांत के प्रमुख संतोष शर्मा के नेतृत्व में हिंदू धर्म अपना रहे हैं, जबकि कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि हमें धर्म परिवर्तन के बारे में नियमानुसार सूचना या आवेदन नहीं मिला है।

35 people adopted Hinduism in Indore

विहिप के प्रशासनिक संपर्क प्रमुख संतोष शर्मा ने बताया धर्म बदलने वालों में इंदौर, देवास, सांवेर और अन्य जिलों के लोग शामिल हैं। सबसे ज्यादा 12-13 लोग इंदौर के हैं। महिला-पुरुषों की संख्या बराबर है। सभी ने आरएसएस के कैडर से प्रभावित होकर माना है कि सनातन से श्रेष्ठ कुछ नहीं हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *